झूठ कहते हैं लोग कि वक़्त के साथ हर जख्म भर जाते हैं
मुस्कुराये थे जिन पलों में तेरे साथ वो पल आज भी रुलाते हैं झूठ कहते हैं लोग कि वक़्त के साथ हर जख्म भर जाते हैं वो रूठना वो मनाना वो हँसना वो गाना मुझे…
मुस्कुराये थे जिन पलों में तेरे साथ वो पल आज भी रुलाते हैं झूठ कहते हैं लोग कि वक़्त के साथ हर जख्म भर जाते हैं वो रूठना वो मनाना वो हँसना वो गाना मुझे…
मृत्यु… क्या यही अंतिम पड़ाव है पीड़ा का क्या यही होती है वो अंतिम…चरणीय पीड़ा जहाँ जीवन का अस्तित्व शून्य में हो जाता है विलीन जिसके बारे में कहा सुना गया है कई ग्रन्थों,…
दूर गर जाना था बातों में रुलाना था गम को मदहोशी जाम पिलाना था कहीं और दिल लगा बैठे थे तो खिलौना हमें ही बनाना था वो बदल गए मोहतरमा मासूम हैं…
दौर था जो थम गया जल था जो जम गया दौर बदलने दो सफ़र फिर से शुरू होगा जल को जमने दो आसमां से बारिश बनके हमको आने दो सपना था जो बन गया अपना…