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poem

इक सच्ची मुस्कान चाहिये

संबंधों की मरुथली को नेह भरी बरसात चाहिये दुख शूल बनकर चुभे कभी न अपनापन सौगात चाहिये ।   पीर परायी आँसू मेरे कुछ ऐसे अहसास चाहिये । महके सौरभ रेत कणों में हरी भरी…


वो पाश जिन्होंने कहा “हम लड़ेंगे साथी, उदास मौसम के लिए”

सपनों को कभी मरने नहीं देना चाहिए इसलिए पाश ने लिखा कि सबसे खतरनाक होता है सपनों का मर जाना। लेकिन, पाश के सपने भी अधूरे ही रह गये। दरअसल 23 मार्च को खालिस्तानी उग्रवादियों…


सर पर छत है पर पानी टपकता है

सर पर छत  है , पर पानी टपकता है।   खुशियों का अंबार है , पर आदमी फफकता है।   चारों तरफ नीतिज्ञ  हैं, पर वह बहकता है।   बेईमानी से भरा  है, पर वो…


मेरा भारत

शत-शत बार सदा भारत माँ के चरणों में वंदन है हिमा दास है बेटी और इसका बेटा अभिनंदन है   कश्मीर से धनुषकोटि फैली इसकी हरियाली है इसकी वह डल झील हमें गंगा जमुना सी…