SUBSCRIBE
FOLLOW US
  • YouTube
Loading

चौपाल


छिपकली का बलात्कार (कविता)

क्या सच होने वाला है जो मैंने अभी है देखा सपना था पर क्यों डरा रहा जैसे हो हकीकत जैसा छिपकली जो कूदती है इधर से उधर कल यही तो बोल रही थी मैं मम्मा…


क्या धर्म पहचान है (कविता)

ना मैं हिंदू ना मैं मुस्लिम मैं हूं एक इंसान। ला मैं तेरी गीता पढ़ लूं तूं पढ़ ले मेरी कुरान।   एक ही अरमान मन में मेरे एक ही थाली में खाए हर इंसान…


नेताओं के कोर्ट में हनुमान का मुकदमा

कई दिनों से हनुमान बड़े ही चिंताग्रस्त दिखाई दे रहे थे। भोजन को लेकर उत्साहित रहने वाले हनुमान अनमने ढंग से थोड़ा बहुत खाते और मां अन्नपूर्णा का शुक्रिया अदा कर उठ जाते। भगवान राम…