Articles by राजीव कुमार झा
आदिवासी लड़कियों की शिक्षा, भाषा संस्कृति के संरक्षण को लेकर काम कर रहीं जसिंता केरकेट्टा से मिलिए
वर्तमान हिन्दी कविता लेखन में पेशे से स्वतंत्र पत्रकार जसिंता केरकेट्टा की पहचान आदिवासी कवयित्री के रूप में है। इनकी कविताओं में झारखंड के आदिवासी जनजीवन का स्वर जीवंत है। जसिंता केरकेट्टा झारखंड के पश्चिमी…
हवा का झोंका
तुम कहाँ हो आकाश सूना हो उठा काले बादल दूर दिशाओं से उड़ते आ रहे अँधेरा रास्ते का मन के आँगन में बरस रहा पानी जंगल में झूमते पेड़ हिलोरे ले रहा सागर हर तरफ…
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2020 विशेष: योग आत्मिक ऊर्जा को जाग्रत करता है
आज भारत समेत दुनिया के सभी देश अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में योगा दिवस को लेकर पहल…
कविता का गहरा प्रभाव हमारी संस्कृति और संस्कारों पर कैसे पड़ा है, इसे जानने के लिए नरेश शांडिल्य के इन विचारों को पढ़िये
समकालीन हिंदी दोहा लेखन में ‘दोहों के आधुनिक कबीर’ के रूप में विख्यात और लोकप्रिय नरेश शांडिल्य एक प्रतिष्ठित कवि, दोहाकार, शायर, नुक्कड़ नाट्यकर्मी और संपादक हैं। विभिन्न विधाओं में आपके 7 कविता संग्रह प्रकाशित…