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Articles by राजीव कुमार झा

पत्रकार मनोज कुमार झा का कोरोना से देहांत

फरीदाबाद : कोरोना की चपेट में आकर देश में साहित्य – संस्कृति से जुड़े असंख्य लोगों की जीवनलीला खत्म हो गयी और इनमें बिहार के डेहरी आन सोन के कवि और पत्रकार मनोज कुमार झा…


विश्व हिंदी दिवस पर पढ़िए, कैसे बनी हिंदी आमबोल की भाषा?

आज विश्व हिंदी दिवस है। हिंदी हमारे देश की राजभाषा और करोड़ों भारतीयों की जनभाषा के रूप में भी इसे सम्मान प्राप्त है। विद्वानों के अनुसार मध्यकाल में संस्कृत का जब भारत में पतन हो…


शरद पूर्णिमा का सौंदर्य राजीव कुमार झा की कलम से

शरद पूर्णिमा का सौंदर्य हमारे देश की ऋतु परंपरा में शरद को वसंत के समान ही बेहद सुंदर ऋतु माना जाता है। कवियों ने नाना प्रकार की उपमाओं से शरद के सौंदर्य को काव्य लेखन…


लेखक के तौर पर एनडीटीवी के प्रियदर्शन से खास बातचीत : साक्षात्कार

लेखक के तौर पर प्रियदर्शन की पहचान कवि और कथाकार इन दोनों ही रूपों में है। देश की जानी-मानी पत्र-पत्रिकाओं में तीन दशकों से नियमित लेखन का कार्य कर रहे हैं। 1996 से 2002 के…