मेरठ (उत्तर प्रदेश) पुलिस ने कथित रूप से बीयर पीकर एसयूवी (गाड़ी) चलाने और एक कार को टक्कर मारने के आरोप में 2 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने चीनी नागरिकों को गाड़ी में नग्न अवस्था में देखकर उन्हें कपड़े दिए। चीनी ने कहा कि “मैंने भारतीय बीयर पी ली जिसे झेल नहीं पाया।”
चीनी नागरिकों के वाहन ने पहले टक्कर मारी इसके बाद वह सामान ढोने वाले वाहन से टकरा गया।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि चीनी नागरिकों की एसयूवी नियंत्रण से बाहर और उसकी रफ्तार काफी तेज थी। इस धटना में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
Meerut: Two Chinese Nationals arrested after they rammed their over-speeding SUV into some cars allegedly in an inebriated state yesterday evening. Three people are critically injured in the accident. pic.twitter.com/Pte5jnIBFB
— ANI UP (@ANINewsUP) September 16, 2018
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी नागरिकों की एसयूवी ने जिस कार को टक्कर मारी उसे राजीव रस्तोगी चला रहे थे। रस्तोगी ने टक्कर के बाद चीनी नागरिकों के पास जाकर देखा तो पाया कि दोनों शराब के नशे में धुत थे और नग्न थे। चीनी नागरिकों की पहचान हुनान प्रांत के गुओकिंग शिआ (45) और वेनशिंग जू (51) के रूप में हुई है।
क्या आप ये जानते हैं? (*स्रोत- विकिपीडिया)
अल्कोहल की कम मात्रा वाले मादक पेय पदार्थ (बीयर और वाइन) को चीनी- या स्टार्च युक्त पौध सामग्रियों को किण्वित करके बनाया जाता है। अल्कोहल की अधिक मात्रा वाले मादक पेय पदार्थ (स्प्रिट्स) का निर्माण आसवित करने के बाद किण्वित करके किया जाता है।
बीयर
बीयर संसार का सबसे पुराना और सर्वाधिक व्यापक रूप से खुलकर सेवन किया जाने वाला मादक पेय है। इसे अनाज के दानों से निकलने वाले श्वेत्सारों को किण्वित कर और उनका किण्वासवन कर बनाया जाता है – अधिकांशतः यव मिश्रित जौ से, या गेहूं, शर्करा (मक्का) और चावल के उपयोग से भी बनाया जाता है। गैर अनाज स्रोतों जैसे अंगूर या शहद से किण्वित किए गए, या अनाज के दानों से खमीरीकृत न किए गए, मादक पेय जिन्हें किण्वन के बाद आसुत किया जाता है, उन्हें बीयर के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है।
बीयर के दो मुख्य प्रकार यवसुरा और बीर हैं। यवसुरा को विभिन्न रूपों में वर्गीकृत किया जा सकता है, जैसे पेल यवसुरा, स्टाउट और भूरा यवसुरा।
अधिकांश बीयर में होप का स्वाद होता है, जिसका स्वाद कड़वा और प्राकृतिक परिरक्षक जैसा है। अन्य स्वाद जैसे फल या जड़ी बूटियों का भी उपयोग किया जा सकता है। बीयर की अल्कोहल युक्त शक्ति आमतौर पर 4% से 6% की मात्रा वाले अल्कोहल के बराबर होता है, लेकिन यह मात्रा 1% से कम या 20 % से अधिक भी हो सकती है।
वाइन
इसे अंगूर से बनाया जाता है और फ्रूट वाइन फलों से बनाया जाता है जैसे आलूबुखारा, चेरी या सेब. वाइन बनाने की एक लंबी (पूर्ण) किण्वन प्रक्रिया है और यह एक लंबे समय की प्रक्रिया (महिना या साल) है, जिससे 9% -16% एबीवी अल्कोहल युक्त बीयर बनता है। स्पार्कलिंग वाइन बोटलिंग से पहले थोड़ा चीनी मिलाकर बनाया जा सकता है, जिसके कारण बोतल में द्वितीयक किण्वन की आवश्यकता पड़ती है।
यह भी पढ़ें
चुनाव आयोग ने निष्पक्ष चुनाव के लिए दिया नागरिक को यह हथियार, जानिए क्या है यह अधिकार
Be the first to comment on "नंगा होकर गाड़ी चला रहा था चीनी, भारतीय बीयर बनी वजह!"