मोनिका सिंह
नरेंद्र मोदी ने सोमवार को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाय) का लाभ पाने वाली देशभर की महिलाओं से नमो ऐप के माध्यम से बात की। पीएम मोदी ने अपनी महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना की तारीफ करते हुए कहा कि देश में पहले की सरकार के लिस्ट में गैस कनेक्शन था ही नहीं। उन्होंने मुंशी प्रेमचंद की कहानी ईदगाह का जिक्र करते हुए कहा कि वह एक बहुत बड़े विद्वान लेखक थे, जिन्होंने यह कहानी 1933 में लिखी थी। उन्होंने कहा इस कहानी से यह विचार आया कि जब इस कहानी का एक बाल किरदार हामिद अपनी दादी के लिये मेला जाकर मिठाई खरीदने की बजाय चिमटा लेकर आ सकता है ताकि उसकी दादी का हाथ न जले तो इस देश का प्रधानमंत्री क्यों नहीं। उन्होंने कहा देश में LPG गैस की शुरुआत आज़ादी के बाद हो गयी थी, लेकिन 2014 तक महज 13 करोड़ लोगों तक LPG गैस कनेक्शन पहुंचा। यही नहीं, पीएम ने कहा इतने वर्षों से सत्ताधारी पार्टी जो नही कर सकी वो ”पिछले चार वर्षों में ही हमारी सरकार ने 10 करोड़ नए LPG कनेक्शन देकर कर दिखाया है।”
पीएम ने कहा जो स्कूल गए होंगे उन्होंने बालमनोविज्ञान पर आधारित मुंशी प्रेमचंद की यह बेहद मशहूर कहानी ईदगाह जरूर पढ़ी होगी। दरअसल प्रेमचंद की कहानी “ईदगाह में हामिद का एक किरदार है। इसमें वह मेले से खिलौने या मिठाई न खरीदकर, अपनी दादी की ख़ुशी के लिए रोटी बनाने का चिमटा खरीदता है। दरअसल, वह अपनी दादी को हर दिन तपती आग पर रोटी बनाते देखता है और कई बार ऐसा होता है जब उसकी दादी के हाथ जल जाते है।” मुझे लगता है कि हामिद यह चिंता कर सकता है तो देश का प्रधानमंत्री क्यों नहीं कर सकता।”
ईदगाह अत्यंत भावुक कर देने वाली कहानी है- मोदी
पीएम मोदी ने इस संबंध में ट्वीट भी किया और कहा कि मैं प्रेमचंद की कहानी ईदगाह को कभी नहीं भूल सकूंगा।
I will never forget one of Premchand's stories, Idgah.
The story is about young Hamid, who does not buy sweets or gifts during Id but buys a 'Chimta' so that his grandmother does not burn her hands while cooking. This story is extremely emotional: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) May 28, 2018
When I was young, I had many Muslim neighbours. Many of my friends were Muslims. I remember during Ramzan, women woke up particularly early but the coming of the Ujjwala Yojana would have changed that too: PM @narendramodi while interacting with a group of women from Anantnag
— PMO India (@PMOIndia) May 28, 2018
गौरतलब है मोदी ने उज्ज्वला योजना की वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए जम्मू कश्मीर में लाभार्थी महिलाओं से बात करते हुए तारीफ की और पाक महीने रमजान का जिक्र करते हुए कहा कि एलपीजी कनेक्शन मिलने से खासकर रमजान के महीने में खाना पकाना आसान हुआ है। इस कारण और भी चीजें करने का वक्त मिल जाता है। पीएम ने कहा कि ये उन महिलाओं से बेहतर भला कौन बता सकता है जिन्होंने कई वर्ष चूल्हा फूकते-फूकते निकाल दिया । उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना से गरीब, पिछले पायदान पर खड़े लोग, दलित आदिवासियों को अधिक लाभ मिला है। यही नहीं उन्होंने कहा मेरा तो बचपन ही गरीबी में बीता है। मां खाना बनाती थी तो पूरे घर में धुआं भर जाता था, तब मां मिट्टी की छत पर बने छेदों को खोल देती थी, ताकि बच्चों को धुएं से मुक्ति मिले।”
डोसा बनाने में आसानी हुई
तमिलनाडु की महिलाओं से मोदी के यह पूछने पर कि क्या चूल्हे पर पहले डोसा, इडली बन जाता था, इस पर महिलाओं ने कहा कि पहले दिक्कत होती थी अब एलपीजी कनेक्शन मिलने के बाद काफी आसान हो गया। इस पर मोदी ने कहा क्या हमें तमिलनाडु आने पर डोसा खाने को मिलेगा। महिलाएं हंसते हुए कहने लगीं- हां क्यों नहीं।
उज्ज्वला योजना के लाभ
बता दें पीएम मोदी ने 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की शुरुआत की थी । उज्ज्वला योजना का मुख्य उद्देश्य पूरे भारत में स्वच्छ ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देना है ताकि प्रदूषण में कमीं आ सके जो कि मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन वितरित करके पूरा किया जा सकता है। दरअसल योजना के लागू करने का एक उद्देश्य यह भी है कि इससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा और महिलाओं के स्वास्थ्य की भी सुरक्षा की जा सकेगी ।
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