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मेरी कलम की गुस्ताखी- “मुट्ठीभर खुशी”

अलसाई धुंधली सुबह के बाद बड़े दिन हुए चमकीली धूप निकली। लग रहा था कि कितने दिनों की नींद से ये कूनो का जंगल सोकर उठा है। ओस ने नहला के इसे राजा बेटे सा…


शेक्सपियर बनने की चाहत में लक्ष्मण फुटपाथ पर चलाते हैं कलम और बनाते हैं चाय

-प्रभात जब इंसान किसी लक्ष्य को हासिल करने का मन बना ले तो प्रेरणा प्रदान करने के लिए कोई वस्तु या व्यक्ति अपने आप सामने आ जाता है। सपना उसकी हकीकत को दिखाने के लिए…


लहू की दीवार के चश्मदीद सूबेदार मेजर अमरनाथ शर्मा के साथ गुफ़्तगू जो विभाजन के समय पाकिस्तान से आए थे

-सुकृति गुप्ता दीवारों पर सीलन हैं दरारे हैं चीखती चिल्लाती दर्द से कराहती कुछ दरारें दीवारों के अंदर भी हैं…. कमलेश्वर अपनी कहानी ‘आज़ादी मुबारक’ में मंटो के साथ आज़ादी का जश्न मनाते हैं। जश्न…


जब मोदी को प्रेमचंद याद आए

मोनिका सिंह नरेंद्र मोदी ने सोमवार को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाय) का लाभ पाने वाली देशभर की महिलाओं से नमो ऐप के माध्यम से बात की। पीएम मोदी ने अपनी महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना की तारीफ…