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कविताः कारगिल विजय दिवस (श्रद्धांजली)

प्रिया सिन्हा की पेंटिंग
-प्रिया सिन्हा

तू अटल रहे अडिग एवं अविचल रहे

तेरे दिलों में भरा आत्म-विश्वास है

रूके ना तू, झूके ना तू

थके ना तू, पीछे हटे ना तू

क्योंकि तू हिन्दुस्तानी व्यक्ति

बहुत- बहुत ही खास है

 

डरे ना तू,गिरे ना तू

अपने फर्ज से पीछे मुड़े ना तू

देश की रक्षा करने का

पल-पल जो तुझे एहसास है

तू कर दुष्ट पापियों का अंत क्योंकि

अस्त्र- शस्त्र और लड़ने का

अदम्य हौसला तेरे पास है

 

कर रही प्रिया सिन्हा

तेरे ज़ज्बों को सलाम

देश रक्षा के लिए निडर हो,

जो तूने बिछाई अपनी लाश है

और कारगिल के ‍१९वीं

विजय दिवस पर दे रही

श्रद्धांजली एवं शुभकामनाएं

अपने देश की धरती व आकाश है

 

(प्रिया सिन्हा को कविताएं लिखने का शौक है। साथ ही वह पेंटिंग भी बनाती हैं)

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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