दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से संबद्ध विवेकानंद कॉलेज में गवर्निंग बॉडी ने प्राचार्य के माध्यम से 16 शिक्षकों को रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज न करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हालांकि दिल्ली विश्वविद्यालय व उससे संबंधित कॉलेजों में शिक्षकों की हाजिरी (उपस्थिति) का कोई प्रावधान नहीं है।
डीयू ने अभी तक शिक्षक की उपस्थिति दर्ज करने को लेकर कोई निर्देश जारी नहीं किए हैं। शिक्षकों का अपनी कक्षा में छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने से ही उस शिक्षक की उपस्थिति मान ली जाती है।
इस मामले को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय की विद्वत परिषद के सदस्य प्रो. हंसराज सुमन ने कड़ी निंदा की है और कहा है कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत 28 कॉलेज आते हैं। इन कॉलेजों में आम आदमी पार्टी के चेयरमैन है। दिल्ली सरकार के कॉलेजों में नियुक्त चेयरमैन की मनमानी के कारण कॉलेजों का शैक्षणिक माहौल पूर्णतः खराब हो रहा है। उनका मानना है कि इन सभी कॉलेजों को दिल्ली विश्वविद्यालय को ले लेना चाहिए।
प्रो. सुमन के अनुसार शिक्षकों ने यह भी बताया है कि जो शिक्षक कॉलेज द्वारा बनाए गए उपस्थिति (अटेंडेंस) रजिस्टर पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे उन्हें भी कारण बताओ नोटिस जारी किया जा सकता है। उन्होंने शिक्षक संघ (डूटा) से आज कहा है कि वह विवेकानंद कॉलेज में अवश्य जाएं और उन 16 शिक्षकों से मिलकर (जिन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया है) इस समस्या का समाधान निकालें। साथ ही शिक्षकों के लिए रखे हाजिरी (उपस्थिति) रजिस्टर को हटवाया जाए।
Be the first to comment on "विवेकानंद कॉलेज में उपस्थिति दर्ज न कराने पर 16 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस"