-धनंजय
इंडोनेशिया में चल रहे 18 वें एशियन गेम्स का 9 वां दिन भारत के लिए जीत का दिन रहा। भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने वर्ल्ड नंबर दो की खिलाड़ी जापान की यामागुची को हराकर इतिहास रच दिया और फाइनल में जगह बनाई। वह जापान की अकाने यामागुची को मुकाबले में 21-17, 15-21, 21-10 से हराकर सिंधु एशियन गेम्स के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी भी बन गई हैं।
वहीं सायना का खेल निराश करने वाला रहा। दरअसल इस दिन की शुरुआत के पहले से ही अनुमान लगाया जा रहा था कि भारत की स्टार शटलर सायना नेहवाल सेमीफाइनल मुकाबले में आसानी से जीत हासिल कर भारत को फाइनल में गोल्ड दिलाएंगी,लेकिन लोगों की उम्मीदों पर तब पानी फिरा जब उन्हें मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा साथ ही ब्रॉन्ज से संतोष करना पड़ा।
भारत के प्रशंसको के लिए खुशी का मौका
गौरतलब है कि 1962 से बैडमिंटन एशियन गेम्स का हिस्सा है। तब से लेकर अब तक भारत का कोई भी शटलर किसी भी श्रेणी में ब्रॉन्ज मेडल से आगे नहीं बढ़ा है। पीवी सिंधु की जीत के बाद यह पहला मौका होगा जब एशियन गेम्स के इतिहास में भारत ने सिल्वर मेडल हासिल किया। यानी पीवी सिंधु भारतीय बैडमिंटन के इतिहास में अपना नाम लिख चुकी हैं। फाइनल में उनका मुकाबला वर्ल्ड नंबर एक चीनी ताइपे की खिलाड़ी ताई जु यिंग से होगा। गोल्ड मेडल के लिए यह मुकाबला 28 अगस्त को खेला जाना है। ऐसे में सिंधु के पास एक और मौका है कि वह सायना कि हार का बदला ले सकें और भारत को गोल्ड दिलाएं।
दो चैंपियंस के बीच मुकाबला
जापान की यामागुची और भारत की पीवी सिंधु के बीच काफी रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। पहले राउंड में पीवी सिंधु और यामागुची के बीच बढ़त हासिल करने की कोशिश करते दिखे। वहीं पीवी सिंधु ने पहले राउंड में बाजी मार ली लेकिन, दूसरे राउंड में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। तीसरे राउंड में स्कोर 3-3 से बराबर होने के बाद यामागुची ने कुछ खराब शॉट खेले जिससे सिंधु ने उसमें कोई कसर नहीं छोड़ी और बढ़त बनाए रखी। वहीं 20 -10 के स्कोर पर सिंधु ने विजयी स्मैश लगाकर फाइनल में जगह बनाई। 7 गोल्ड, 10 सिल्वर और 20 ब्रॉन्ज मेडल के साथ वह पदक तालिका में 9वें स्थान पर है। बता दें कि अब तक भारत के कुल पदकों की संख्या 37 तक जा चुकी है।
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