पापोन रॉय, नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से पढ़ाई करने के बाद बाहर से आने वाले छात्रों के लिए सबसे बड़ी समस्या रहने की होती है। डीयू में परास्नातक स्तर पर दाखिले के बाद छात्रावास में प्रवेश मेरिट स्तर पर उन्हीं को मिलता है, जिनका नाम मेरिट लिस्ट में ऊपर होता है। लेकिन, आप अगर एक बार छात्रावास में रहने लग गए तो आपको यहां कि खास बातें हमेशा इसकी याद दिलाएगी।
ये छात्रावास हैं खास
दिल्ली विश्वविद्यालय के नार्थ कैम्पस में राजीव गांधी हॉस्टल फॉर गर्ल्स, अंडरग्रैजुएट हॉस्टल फॉर गर्ल्स, आंबेडकर-गांगुली स्टूडेंट्स हाउस फॉर वूमेन, डीएस कोठारी हॉस्टल, ग्वायर हॉल, इंटरनेशनल स्टूडेंट्स हाउस, इंटरनेशनल स्टूडेंट्स हाउस फॉर वूमेन, जुबिली हॉल, मानसरोवर हॉस्टल, मेघदूत हॉस्टल, नार्थ ईस्टर्न स्टूडेंट्स हाउस फॉर वूमेन, पोस्ट ग्रैजुएट मेंज हॉस्टल, यूनिवर्सिटी हॉस्टल फॉर वूमेन, वीकेआरवी राव हॉस्टल, डब्ल्यूयूएस यूनिवर्सिटी हॉस्टल स्थित है। इसके अलावा साउथ कैम्पस में गीतांजलि हॉस्टल, अरावली हॉस्टल और सारामती पोस्ट ग्रैजुएट मेंज हॉस्टल है। आइये कुछ छात्रावास के बारे में जानते हैं कि क्या है खास-
- ग्वायर हॉल-
डीयू के प्रसिद्ध पुरुष छात्रावासों में से एक ग्वायर हॉल भी है। इसे वर्ष 1937 में स्थापित किया गया था। ग्वायर हॉल को पहले लॉ हॉल के नाम से जाना जाता था, जिसका नाम बाद में बदलकर यूनिवर्सिटी हॉल रखा गया। वर्ष 1948 में डीयू के तत्कालीन कुलपति के नाम सर मॉरिस ग्वायर के नाम पर ही इसका नाम ग्वायर हॉल रखा गया। इस छात्रावास में 76 सिंगल सीट वाले कमरे और 12 डबल सीट वाले कमरे उपलब्ध हैं। जिनमें से कई विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले प्रोफेसरों के भी कमरे हैं। यह हेरिटेज बिल्डिंग है।
- राजीव गांधी छात्रावास-
डीयू में युवतियों के लिए खास छात्रावास में एक यह छात्रावास भी है। विशेषतौर पर यह छात्रावास शोध कर रही युवतियों के लिए ही उपलब्ध है। मुखर्जी नगर के नजदीक ही यह छात्रावास स्थित है। इस छात्रावास में आठ ब्लॉक हैं और 394 कमरे उपलब्ध हैं। इसमें कॉमन रूम सहित कंप्यूटर रूम, पुस्तकालय और आउटडोर और इनडोर स्पोर्ट्स भी उपलब्ध है। इसके साथ ही यहां का लजीज भोजन का स्वाद चखने के लिए डाइनिंग हॉल भी है।
- जुबिली हॉल-
जुबिली हॉल नार्थ कैंपस की बेहतरीन छात्रावासों में से एक है। यह पूरा छात्रावास 10 एकड़ भूमि पर फैला हुआ है। जुबली हॉल बुनियादी ढांचा सहित अपने परिसर में रंगीन बगीचे के कारण भी प्रसिद्ध है। साथ ही इसके प्रसिद्ध होने के कारण एक यह भी है कि इस छात्रावास से निकले छात्र आज देश के प्रतिष्ठित पद पर हैं। इनमें नौकरशाहों, राजनायिकों, अर्थशास्त्री, न्यायधीश, वकील और वैज्ञानिक तक भी हैं।
- वीकेआरवी राव छात्रावास-
प्रोफेसर वीकेआरवी राव के नाम पर वीकेआरवी राव छात्रावास की स्थापना 1999 में हुई थी। डीयू के प्लैनिटम जयंती वर्ष में इसकी नींव रखी गई थी। यह छात्रावास ग्वायर हॉल के परिसर में ही स्थित है। यह 42 डबल सीट और 24 सिंगल सीट वाला कमरा है। इसमें अध्ययन और प्रबंधन अध्ययन संकाय और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनमिक्स में शोध कर रहे छात्र ही यहां छात्रावास में रहते हैं।
- मानसरोवर छात्रावास-
खालसा कॉलेज के विपरीत दिशा में स्थित युवकों का यह छात्रावास भी अपने आपमें काफी खास है। साल 1993 में मानसरोवर छात्रावास की स्थापना हुई थी। यह छात्रावास विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन से महज आधे किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है।
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