टीम के मैनेजर डॉ संदीप कुमार व मुख्य कोच के रूप में भारतीय रेलवे के जसबीर सिंह के नेतृत्व में इस टीम ने सफलता प्राप्त की
देशभर के विभिन्न राज्यों के सीनियर हैंडबॉल खिलाड़ियों की टीम ने अंतरराष्ट्रीय सद्भावना की मिसाल पेश करते हुए ताशकंद में सिल्वर मेडल जीतकर भारतीय परचम लहराते हुए भारत का नाम रोशन किया है। यह पहला अवसर था जब इतनी बड़ी संख्या में हैंडबॉल की टीम ने अपना अच्छा प्रदर्शन किया। टीम की वाहवाही हो रही है। भारतीय टीम के स्वदेश लौटने पर उन्हें बधाई देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है।
उज्बेकिस्तान के 27 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय हैंडबॉल चैम्पियन ताशकंद में सम्पन्न हुआ। हैंडबॉल प्रतियोगिता में 25 से 30 सितम्बर के मध्य में सीनियर हैंडबॉल टीम ने अपना अदभुत प्रदर्शन करते हुए द्वितीय स्थान प्राप्त कर सिल्वर मेडल हासिल किया है। टीम के सिल्वर मेडल जीतने पर देशभर में खुशियां मनाई जा रही है।
टीम के मैनेजर डॉ संदीप कुमार व मुख्य कोच के रूप में भारतीय रेलवे के जसबीर सिंह के नेतृत्व में इस टीम ने सफलता प्राप्त की। उनकी इस जीत पर पूरे देश में और विश्वविद्यालय में भी खुशी का माहौल है, उनके स्वदेश लौटने पर विद्वत परिषद के सदस्य प्रो. हंसराज सुमन डूटा के सचिव डॉ. विवेक चौधरी ने स्वागत किया और टीम को बधाई दी।
साथ ही डॉ प्रशांत कुमार बजरंग, डॉ एसएस राणा, डॉ सुरेश ढांडा आदि ने भी टीम को बधाई दी।
उनकी इस जीत पर बधाई देते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय की विद्वत परिषद के सदस्य प्रो. हंसराज सुमन ने कहा कि भारत की सीनियर हैंडबॉल टीम ने जिस प्रकार से विदेशी मैदान पर अपनी पकड़ बनाकर उसे पछाड़ा है यह देश के लिए गौरव की बात है, इस तरह की प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए सरकार को बढ़ चढ़कर समर्थन और प्रोत्साहन करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में प्रोत्साहन हेतु विदेशी कॉलेजों से मिलकर समय-समय पर प्रतियोगिताओं का आयोजन करते रहना चाहिए। इससे स्पोर्ट्स एक्सचेंज प्रोग्राम भी शुरू किया जा सकता है जो पढ़ाई और खेल दोनों के सम्मिलित महत्व और शिक्षा के समग्र विकास में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।
डूटा के सचिव और स्पोर्ट्स के प्रोफेसर विवेक चौधरी ने टीम को अपनी बधाई देते हुए कहा है कि इससे न केवल डीयू से गए हमारे साथी टीम मैनेजर का नाम हुआ है बल्कि देश का नाम रोशन हुआ है। देश को हर राज्यों में स्पोर्ट्स क्लब और स्पोर्ट्स के खिलाड़ियों को पैदा करना चाहिए साथ ही हर स्तर पर उनकी सहायता प्रदान की जानी चाहिए उन्होंने टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ. संदीप कुमार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे भविष्य में देश व विश्वविद्यालय के लिए इसी तरह काम करते रहें। जल्द ही उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
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