-धनंजय
बस्ती-कलवारी मार्ग पर बेलवाडाड़ के पास स्थित प्रतिभा बाल शिक्षा निकेतन के पास की एक जमीन की पैमाइश करने आए अधिकारियों के बिना पैमाइश किए ही गलत रिपोर्ट सौंपने का मामला उजागर हुआ है। शिकायतकर्ता डॉ. प्रेम नरायन ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर इसके संबंध में अधिकारियों के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट लिखने की मांग की थी, लेकिन कलवारी थाने की रिपोर्ट में मामले की सत्यता के पाए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई और मामला निस्तारित दिखा दिया गया। इसके बाद कलवारी, बस्ती पुलिस के कामकाज करने के तरीके और यूपी में मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायतों के संबंध मामले के निस्तारण को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
क्या है पूरा मामला
डॉ. प्रेम नरायन ने जन सुनवाई उप्र पर शिकायत संदर्भ संख्या 40018518040679 देकर एनएच 0233 के अधिकारी के विरुद्ध मौके पर बिना जांच/पैमाइश किए फर्जी जांच रिपोर्ट/सूचना देने के मामले में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने का निवेदन किया। मामले में पुलिस अधीक्षक, बस्ती ने थाना कलवारी, बस्ती से रिपोर्ट तलब किया। जांच रिपोर्ट में मामला सही पाए जाने के बावजूद मामले में प्रथम सूचना रिपोर्ट न दर्ज कराकर मामले को गलत तौर पर निस्तारित कर दिया गया। डॉ. नरायन ने उक्त अनियमितता के विरुद्ध पुनः शिकायत संख्या 40018518041653 दिया है। जनपद बस्ती पुलिस की यह कार्यवाही जनसुनवाई उप्र की मंशा पर पानी फेरने वाली है।
कलवारी थाना की रिपोर्ट में मामला पाया गया सही
कलवारी थाने की ओर से जांचकर्ता बनवारी राम ने रिपोर्ट में इस बात कि पुष्टि की है कि अधिकारियों ने फर्जी जांच रिपोर्ट जमा किया है। इसके बाद भी अधिकारियों के खिलाफ किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई।
अधिकारियों को मौके की लोकेशन का भी नहीं था पता
शिकायतकर्ता डॉ. प्रेम नरायन के अनुसार इनोवा गाड़ी से निरीक्षण करने के लिए आए अधिकारियों को पैमाइश करने वाली जगह का लोकेशन भी नहीं पता था। उनके बताने के बाद भी कि उन्होंने केवल यह कहा कि हमने आपका गाटा संख्या 450 नहीं लिया है। इसके बाद निरीक्षण टीम के सदस्यों ने बिना किसी जांच/पैमाइश के जांच रिपोर्ट में यह लिखकर दे दिया कि मौके पर जांच किया गया और गाटा संख्या 450 सड़क चौड़ीकरण से प्रभावित नहीं है। अधिकारियों ने यह रिपोर्ट मुख्य अभियंता, क्षेत्रीय अधिकारी कार्यालय एनएच भवन लखनऊ को सौंपा है।
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