वैलेंटाइन्स-डे पर इस बार दमदमी माई की पूजा को लेकर हिंदू कॉलेज में विवाद शुरू हो गया है। लड़कियों ने इस बारे में ब्वायज हॉस्टल प्रेसीडेंट और यूनियन के लोगों को आगाह किया है कि अगर इस बार किसी ने वर्जिन ट्री की पूजा की तो इसका अंजाम बुरा होगा। मनुवादी ताकतों और विवि प्रशासन के पितृसत्तात्मक सोच के खिलाफ 13 फरवरी को रात को करीब 70 छात्राओं ने हिंदी कॉलेज ब्वायज हॉस्टल के गेट पर चढ़कर अपना विरोध जताया। यह विरोध प्रदर्शन पिंजरा तोड़ की ओर से था जो छात्रावासों में लड़कियों के समय पाबंदी को लेकर समय-समय पर आंदोलन करती रहती हैं।
फोरम4 से विशेष बातचीत में अवंतिका ने कहा हम किसी हाल में 14 फरवरी को यह पूजा नहीं होने देंगे। यह लिंग भेदभाव और पितृसत्तात्मक सोच के लोगों को सबक सिखाने के लिए हम रात 10 बजे सड़कों पर हैं।
देखें वीडियो
गौरतलब हो कि दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दू कॉलेज में कीकर का एक पेड़ है, जो छात्रों के बीच वर्जिन ट्री के नाम से मशहूर है। लवर्स प्वाइंट के लिए मशहूर कीकर के पेड़ की वेलेन्टाइन-डे के दिन खास पूजा होती है।
ऐसे की जाती है पेड़ की पूजा
वेलेन्टाइन-डे के दिन इस पेड़ को पानी से भरे दिल आकार के लाल गुब्बारे और कंडोम से सजाया जाता है। इस पेड़ को सजाने के बाद छात्र यहां ‘दमदमी माई’ की फोटो लगाते हैं, जिनकी पूजा छात्र विधिवत तरीके से नाच गाना के साथ करते हैं। किसी बॉलीवुड हीरोइन को दमदमी माई बनाया जाता है। दमदमी माई बनाने के बाद उस हीरोइन की फोटो भी पेड़ पर लगाई जाती है और उसकी भी पूजा की जाती है।
पूजा से मिलती है गर्लफ्रेंड
अजीब मान्यता है कि दमदमी माई की वेलेन्टाइन-डे के दिन पूजा करने से 6 सप्ताह के अंदर गर्लफ्रेंड मिलती है। छात्रों का मानना है कि इस पूजा में जो भी मौजूद रहता है और प्रसाद लेता है, उसे 6 सप्ताह के अंदर ही गर्लफ्रेंड या ब्वॉयफ्रेंड मिल जाता है। साथ ही यह भी कहा जाता है कि अगर वह वर्जिन है तो साल के अंदर उसकी वर्जिनिटी भी भंग हो जाती है।
छात्र हर साल करते हैं विरोध
जिस तरह से महिला के पोस्टर की पूजा की जाती है। कंडोम से सजाया जाता है और शरीर के आकार के पैमाने को बताया जाता है। साथ ही दमदमी माई की चालिसा में आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया जाता है। उसको लेकर छात्रों के बीच विचारों का संघर्ष स्वाभाविक है। इस पर छात्र संगठन एसएफआई प्रदर्शन करके और कैम्पेन चलाकर लोगों को इस अंधविश्वास के प्रति जागरूक भी करती है। एसएफआई से जुड़े सुमित ने बताया कि इस तरह की पूजा करके एक तरीके से आस्था का मजाक बनाया जाता है। उन्होंने कहा यह कॉलेज में तो कतई नहीं होना चाहिए। इसका विरोध हम हर साल करते आए हैं।
वहीं छात्रावास से एक अन्य छात्र का कहना है कि इस बार हमने चालीसा और अन्य आपत्तिजनक चीजों को इस पूजा से बाहर कर दिया है। यह केवल फन एक्टिवटी के लिए है और हम नहीं चाहते कि किसी का मजाक बने।
ये भी पढ़ें
IPL 2018: 5 युवा खिलाड़ी जिन्होंने जीता सभी का दिल, बनाए कुछ खास रिकॉर्ड
Be the first to comment on "वर्जिन ट्री की पूजा हर हाल में नहीं होने देंगे, हिंदू कॉलेज के गेट पर चढ़कर लड़कियों ने चेताया"