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एबीवीपी और डूसू के नेतृत्व में सैकड़ों छात्रों का डीयू प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) तथा दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) ने बुधवार को दिल्ली विश्वविद्यालय की आर्टस् फैकल्टी में डीयू प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। डूसू ने प्रशासन के समक्ष दिल्ली विश्वविद्यालय में सप्लीमेंट्री परीक्षा शुरू करने, 24×7 लाइब्रेरी शुरू करने, नए छात्रावासों के निर्माण, स्पोर्ट्स स्टूडेंट्स का आहार भत्ते में बढ़ोतरी, प्रत्येक कॉलेज में स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं काउंसलर की उपलब्धता तथा दिव्यांग छात्रों के लिए टेक्टाईल व सुविधाजनक कैंपस आदि मांगों के लिए यह प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन में शामिल छात्रों को ‌‌‌‌‌‌संबोधित करते हुए डूसू अध्यक्ष शक्ति सिंह ने कहा कि, “हम कई बार प्रशासन से अपनी मांगों को लेकर बातचीत कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन लगातार बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध करवाने में हीलाहवाली कर रहा है। डीयू की सेंट्रल लाइब्रेरी सहित कई कॉलेजों के पुस्तकालय बुनियादी मानक नहीं पूरा करते। छात्रों की संख्या के अनुपात में न तो लाइब्रेरी हैं और न ही हॉस्टल। दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन की हिटलरशाही का ही नतीजा है कि लगातार डीयू अन्य विश्वविद्यालयों से पिछड़ता जा रहा है।”

डूसू सह-सचिव ज्योति चौधरी ने कहा कि “स्त्री रोग विशेषज्ञ व काउंसलर का प्रत्येक कॉलेज में होना बेहद जरूरी है, कई कॉलेज मेडिकल रूम में काउंसलर होने का दावा करते हैं, लेकिन यह सुविधाएं उनके कॉलेज में सुचारू से नहीं चल रही हैं। छात्रों के स्वास्थ्य को देखते हुए ये मांगे पूरी होनी जरूरी है।”

अभाविप दिल्ली के प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा कि “अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समस्यामुक्त कैंपस चाहती है, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इन समस्याओं के लिए लंबे समय से संघर्षरत रही है, आज के प्रदर्शन के बाद कुलपति ने हमें मिलने का समय दिया है। यदि कल प्रस्तावित बैठक में कुलपति हमारी मांगों को मान नहीं लेते तो हमारा संघर्ष और तेज होगा।”

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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