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क्या किसानों की अनदेखी कर रही है मोदी सरकार?

गुरुवार 29 नवम्बर को देश के लगभग सभी राज्यों से आए किसान अपने मांगों के साथ दिल्ली के रामलीला मैदान में एकत्रित हुए। ये सभी रामलीला मैदान से विरोध प्रदर्शन करते शुक्रवार 30 नवम्बर को संसद भवन का घेराव करने वाले थे, जिन्हें प्रशासन द्वारा जंतर मंतर पर ही रोक दिया गया। लागत से कम मूल्य मिलना, कर्ज़ माफी, गरीब किसानों के लिए पेंशन, स्वामीनाथन आयोग को लागू करना जैसे मुद्दों को लेकर किसान यहां एकत्रित हुए थे। शुक्रवार को हज़ारों किसान ने रामलीला मैदान से संसद भवन की ओर कूच किया। वे अपना प्रस्ताव सरकार के सामने रखना चाहते थे। देश के कोने कोने से आए ये किसान एक उम्मीद के साथ यहां आए थे, कि सरकार इनकी समस्याओं को समझें और समाधान निकले।

राहुल गाँधी,फारुख अब्दुलहा समेत कई नेता भी हुए शामिल 

शुक्रवार को किसान रैली रामलीला मैदान से जंतर मंतर तक निकली। जंतर-मंतर पर इकट्ठा हुए किसानों के आंदोलन को सम्बोधित करने कांग्रेस अध्यक्ष समेत कई राजनेता मंच पर आए। राहुल गाँधी ने कहा अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो हज़ारों करोड़ों का कर्ज़ा ही क्यों ना हो अगर मुमकिन हुआ तो ज़रूर माफ़ किया जाएगा। राहुल गाँधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने एक मंच से मोदी सरकार को किसान विरोधी पार्टी बताया।

मंच पर फारुख अब्दुलाह, शरद यादव, शरद पवार भी मौजूद रहे और उन्होंने सरकार पर जमकर हमला बोला। क्या किसानों का मुद्दा एक चुनावी मुद्दा बनकर रह जाएगा या ये किसान जो आज बुरी हालत में पहुँचे हैं इनकी परेशानी का समाधान निकलेगा।

तेलंगाना , उत्तराखंड, राजस्थान समेत कई राज्यों से आये किसान

भारत के विभिन हिस्सों से आये किसान सुबह से रामलीला मैदान पर पहुँचने लगे थे, शाम होने तक भारी तादाद में किसान यहां पहुँच गए थे। अन्नदाता ही आज अपनी सुरक्षा के लिए सड़कों पर उतर आया है। हमारे कृषिप्रधान देश में क्यों किसान खुद को असहाय महसूस कर रहा है? यह विचार करने की जरूरत है। विभिन्न हिस्सों से आए किसानों की सबसे मुख्य मांग है कि उन्हें उनकी लागत का डेढ़ गुना मूल्य मिले, स्वामीनाथन आयोग को लागू किया जाए।

क्या है स्वामीनाथन आयोग?

प्रोफेसर एमएस स्वामीनाथन को देश मे हरित क्रांति का जनक कहा जाता है। इन्होंने मैक्सिकों के बीजों को पंजाब के घरेलु किस्मों के बीजों के साथ मिलाकर उच्च स्तरीय संकर विकसित किए। किसानों की स्थिति का जायज़ा लेने के लिए UPA सरकार ने स्वामीनाथन आयोग का गठन किया। इस रिपोर्ट में भूमि सुधार पर, किसानों की आत्महत्याओं को रोकने सम्बन्धी उपाय, किसानों की आय बढ़ाने आदि पर ज़ोर दिया गया है, जिसे किसान लागू करवाना चाहते हैं।

बंगला साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन ने की खाने की व्यवस्था

देश भर से आये इन तमाम किसान भाई बहनों के खाने की व्यवस्था बंगला साहिब गुरुद्वारा की ओर से की गई। रात करीब साढ़े दस बजे तक पंजाबी सिंगर जस्सी गिल ने राजस्थानी, पंजाबी, मराठी, बिहारी समेत कई भाषाओं में गाने गाए और किसानों के चेहरों पर एक मुस्कान छोड़ गए।

शुक्रवार को संसद भवन के सामने करना चाहते थे प्रदर्शन

शुक्रवार को किसानों ने रामलीला मैदान से संसद भवन की ओर कूच किया। जंतर मंतर पर रोकी गयी इन किसानों की रैली ने जंतर मंतर पर ही प्रदर्शन किया। किसानों ने लागत का ड़ेढ़ गुणा मूल्य, पूर्ण कर्ज़माफी आदि को संसद में कानून बनाने की मांगों को लेकर यह प्रदर्शन किया।

(लेखक साहित्य मौर्य जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पत्रकारिता के छात्र हैं)

 

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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