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पूर्व राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी ने देश को शिक्षा के क्षेत्र में निवेश करने को बताया जरूरी

उद्घाटन के मौके पर उपस्थित प्रणब मुखर्जी, डीयू के कुलपति योगेश कुमार त्यागी और जानकी देवी कॉलेज की प्राचार्या डॉ. स्वाति पाल और अन्य शिक्षक

-चंदा गुप्ता

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज के 59 वें स्थापना दिवस पर 1 अगस्त को कृष्णा छात्रावास का उद्घाटन किया गया। यह उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश कुमार त्यागी ने किया। इस अवसर पर कॉलेज प्राचार्या डॉ. स्वाति पाल, कॉलेज प्रबंधन समिति की अध्यक्षा प्रोफेसर स्वाति साहा, आदित्य कृष्णा (चेयरपर्सन श्री बनारसीदास चांदीवाला ट्रस्ट), कॉलेज प्रबंधन समिति के अन्य सदस्यों सहित पूर्व प्राचार्य, कॉलेज शिक्षक और कर्मचारी सहित कॉलेज की छात्राएं उपस्थित रहीं।

छात्रावास से शिक्षा के लिए मिलेगा बेहतर माहौल 

इस मौके पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह बेहद खुश हैं कि वह इस महत्वपूर्ण अवसर का हिस्सा बने। उन्होंने शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा पाने का अधिकार हमारा मौलिक अधिकार है और यह अधिकार 14 साल तक मुफ्त मिलता है। साथ ही उन्होंने कहा कि कामयाबी और सफलता पाने के लिए शिक्षा ही एकमात्र विकल्प है और इसका उपयोग सदैव सही रूप में किया जाना चाहिए। उन्होंने छात्रावास की सुविधा मुहैया कराने के लिए कॉलेज को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा के लिए यह वातावरण बेहद अहम है। छात्रावास की वजह से छात्राओं को बेहतर शिक्षा का माहौल मिलेगा। उन्होंने देश में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षण संस्थानों में छात्रावासों को बढाए जाने की बात भी कही। मुखर्जी ने शिक्षा में निवेश को बढ़ावा देने की बात कही, जिससे देश को भविष्य में अच्छा रिटर्न मिल सके। उन्होंने छात्राओं को परिवार के साथ-साथ समाज और देश की प्रगति में योगदान के लिया प्रोत्साहित किया।

उन्होंने यह भी कहा कि देश को शिक्षा के क्षेत्र में निवेश ज़रूर करना चाहिए। मुखर्जी ने कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को याद दिलाया कि वास्तव में जानकी देवी कॉलेज, राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की विरासत को आगे ले जाने वाले व कॉलेज के संस्थापक श्री ब्रजकृष्ण चांदीवाला उर्फ भाई जी का वारिस है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश त्यागी ने छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने माना कि विश्वविद्यालय का सबसे बड़ा भरोसा छात्र और छात्राएं ही हैं। ऐसे में छात्रों को भी शपथ लेना चाहिए कि वे मानवीय मूल्यों और दृष्टि का सम्मान करेंगे ताकि बेहतर बदलाव हो सके।

कृष्णा छात्रावास के उद्घाटन के पश्चात कार्यक्रम का आरंभ मुख्य अतिथियों द्वारा दीप जलाकर किया गया। प्राचार्या डॉ. स्वाति पाल ने सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ, शाल और स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। छात्राओं ने कॉलेज प्रार्थना की और साथ ही भारतीय शैली में मनोहारी नृत्य प्रस्तुति करके समा बांध दिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ। यह कार्यक्रम कॉलेज स्टाफ एडवाइजर डॉ. सिपु जायसवाल और डॉ. पी जयंती साहू के कुशल नेतृत्व में संपन्न हुआ।

छात्रावास में हैं 105 सीटें

प्राचार्या डॉ. स्वाति पाल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज के इतिहास से सबको अवगत कराया और कहां कि वह सदैव ही छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए समय-समय पर हर सम्भव प्रयास करती रहेंगी। आज कृष्णा छात्रावास का शिलान्यास होना इसी प्रयास का एक अंग है। इस छात्रावास में 105 छात्राओं के लिए स्थान है। जो छात्राओं की नई उम्मीद और सपनों को पूरा करने वाला साबित होगा।

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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