नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में 12 सितंबर को वीरता (युवा शक्ति संगठन) की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में योगदान को लेकर 11 लोगों को “वीरता पुरस्कार 2018’’ देकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालों में कैप्टन विक्रम सिंह, कैप्टन अविनाश सिंह, सूबेदार अब्दुल सत्तार (यमुना में कूदकर महिला की जान बचाने वाले), एनसीसी कैडेट आशीष, (देश की पहली एंबुलेंस महिला चालक) ट्विंकल कालिया, यूथ कैम्पस के संस्थापक धनराज गिरि, सर्वश्रेष्ट एनसीसी के लिए कस्तूरबा पॉलीटेकनिक महिला महाविद्यालय की लेफ्टिनेंट भावना, पत्रकार चंदा (स्वच्छता अभियान के लिए), संगम विहार मे रहने वाले महेशचंद सहित विभिन्न क्षेत्रों में वीरता का परिचय देने वाले कुल 11 लोग शामिल हैं।
डीयू के आईएलएलएल सभागार में आयोजित इस समारोह में पुरस्कार विजेताओं को संबोधित करते हुए मेजर जनरल पीके सहगल ने वीरता पुरस्कार के आयोजक को बधाई दी। उन्होंने हर व्यक्ति के भीतर छिपी प्रतिभा का जिक्र किया और वीरता के कई उदाहरण पेश किए। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मेजर जनरल दिलावर सिंह ने युवाओं द्वारा की गई इस पहल की प्रंशसा की उन्होने कहा देश मे आज ऐसे युवाओं की जरूरत है जो देश की एकता पर बल दे।
वीरता संगठन के निदेशक सीताराम ने बताया कि इस सम्मान का उद्देश्य उन लोगों को समाज के सामने लाना है जो पर्दे के पीछे वाकई अपने-अपने क्षेत्र में वीरता का कार्य कर रहे हैं। फिर चाहे व सेना से हो, सामाजिक कार्यकर्ता या फिर स्वच्छता अभियान से जुड़े हुए हैं। प्रत्येक व्यक्ति का देश की प्रगति मे अपना-अपना अलग सहयोग है ऐसे मे जरूरत है युवाओं को ऐसी प्ररणा मिलती रहे। ट्विंकल कालिया ने दुर्घटना में शिकार पर व्यक्ति को समय पर मदद पहुंचाने को लेकर लोगों से आह्वान भी किया। पुरस्कार वितरण समारोह के मौके पर विवेक मिश्रा, हेनु कुमार, निखिल रंजन, चंचल सिंह, मोनिका, सोनिया यादव, पत्रकार गिरिश निशाना समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
Osm sir…..
Jitna taarif kru km hai…. gajab ki article hai…?