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हफ़्ते दर हफ़्ते

झारखंड की राजधानी राँची और देवघर की सैर!

झारखंड की राजधानी राँची सुंदर शहर है और यह पहले बिहार की ग्रीष्मकालीन राजधानी थी। राँची शहर मोहराबादी मैदान के चारों तरफ बसा है। यहाँ झारखंड सरकार के स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अलावा…


आदिवासी लड़कियों की शिक्षा, भाषा संस्कृति के संरक्षण को लेकर काम कर रहीं जसिंता केरकेट्टा से मिलिए

वर्तमान हिन्दी कविता लेखन में पेशे से स्वतंत्र पत्रकार जसिंता केरकेट्टा की पहचान आदिवासी कवयित्री के रूप में है। इनकी कविताओं में झारखंड के आदिवासी जनजीवन का स्वर जीवंत है। जसिंता केरकेट्टा झारखंड के पश्चिमी…


मेजर शैतान सिंह, जो आखिरी सांस तक अपने पैर में मशीन-गन को रस्सी से बंधवाकर फायरिंग करते रहे!

तेज चलती बर्फीली हवाएं। शून्य से कम तापमान में खून जमा देने वाली ठंड और इससे बचने के लिए महज सूती कपड़े, कामचलाऊ कोट और जूते। करीब 17 हजार फीट की ऊंचाई का बर्फीला मैदान,…


कविता का गहरा प्रभाव हमारी संस्कृति और संस्कारों पर कैसे पड़ा है, इसे जानने के लिए नरेश शांडिल्य के इन विचारों को पढ़िये

समकालीन हिंदी दोहा लेखन में ‘दोहों के आधुनिक कबीर’ के रूप में विख्यात और लोकप्रिय नरेश शांडिल्य एक प्रतिष्ठित कवि, दोहाकार, शायर, नुक्कड़ नाट्यकर्मी और संपादक हैं। विभिन्न विधाओं में आपके 7 कविता संग्रह प्रकाशित…