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हफ़्ते दर हफ़्ते

स्वामी अग्निवेश ने समाज से तमाम रूढ़ियों को मिटाने का किया था अथक प्रयास : स्मृति शेष

स्मृति शेष : स्वामी अग्निवेश की स्मृतियाँ स्वामी अग्निवेश के देहांत का समाचार आज मिला। पिछले दो दिनों से चचेरे भाई के श्राद्ध में व्यस्त रहने के कारण अखबार और टीवी से दूरी कायम थी।…


वीरों की धरती, जवानों का देश, बागी बलिया उत्तर प्रदेश

बागी बलिया को यूं ही बागी नही कहा जाता यहाँ के लोगों ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया और भारत की आज़ादी से 5 वर्ष पूर्व 19 अगस्त 1942 को बलिया को…


कोरोना और साहित्य से जुड़े तमाम प्रश्नों को लेकर कवयित्री अल्पा से खास बातचीत!

गुजरात के राजकोट की कवयित्री अल्पा योगेश महेता साहित्य में अपने उपनाम एक एहसास से जानी जाती हैं और इन्होंने हिंदी, गुजराती के अलावा अंग्रेजी में काव्य लेखन किया है. पत्र-पत्रिकाओं और डिजिटल चैनलों पर…


स्वतंत्रता संग्राम का स्वर्णिम अध्याय- असहयोग आंदोलन का महत्व

असहयोग आंदोलन के दौरान सारे देश में विदेशी वस्त्रों की होली जलायी गयी और अन्य विदेशी वस्तुओं का भी बहिष्कार किया गया। ब्रिटिश शासन की नीतियों से भारत का हथकरघा और कुटीर  उद्योग खत्म हो…