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31 मई तक लॉकडाउन 4.0 लागू, यह नये रंग-रूप वाला कैसे है?

18 मई से लॉकडाउन 4.0 लागू हो गया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने सभी केंद्रीय और राज्य मंत्रालयों, विभागों और प्राधिकरणों को निर्देश दिया है कि वो देश में लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाएं।

लॉकडाउन के इस चौथे चरण के लिए गृह मंत्रालय ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसके तहत 31 मई तक सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं पर प्रतिबंध रहेगा। साथ ही मेट्रो रेल सेवा बंद रहेगी और रात 7 बजे से सुबह 7 बजे तक कर्फ़्यू जारी रहेगा।

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने लॉकडाउन में क्या खुलेगा और क्या बंद रहेगा इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकारों को सौंप दी हैं।

31 मई तक सभी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा बंद रहेगी। हवाई यात्रा में सिर्फ घरेलू चिकित्सा, घरेलू एम्बुलेंस की अनुमति होगी या फिर वही लोग जा पाएंगे जिनको गृह मंत्री द्वारा अनुमति दी जाएगी। स्कूल, कॉलेज, जिम, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, व्यायामशाला, स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थिएटर, बार और ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल ये सभी पूरे देश में 31 मई तक बंद रहेंगे।

खेल परिसरों और स्टेडियमों को खोलने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन वहां दर्शकों को जाने की अनुमति नहीं होगी।

सभी कार्यालयों और कार्यस्थलों में काम करने वाले लोगों को आरोग्य सेतु ऐप डाऊनलोड करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। जिला अधिकारियों से कहा गया है कि वे सभी को मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु एप्लिकेशन इंस्टॉल करने और नियमित रूप से ऐप पर अपनी स्वास्थ्य स्थिति को अपडेट करने की सलाह दें। ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें समय पर इलाज मिल सके।

इसमें तमाम रियायतें दी गईं। लोग परेशान तो हैं पर हैरान नहीं दिख रहे क्य़ोंकि अब लोग लॉकडाउन में रहने के आदी हो गए हैं। इससे पहले ही पीएम मोदी ने 12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में 20 लाख करोड़ का पैकेज देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए और उसे आत्मनिर्भर बनाने की बात कही। प्रधानमंत्री मोदी ने लॉकडाउन में पांचवीं बार देश को 12 मई को संबोधित किया था। इसमें उन्होंने बताया कि ‘लॉकडाउन 4.0 नए रंग रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, इससे जुड़ी जानकारी आपको 18 मई से पहले दी जाएगी।’

प्रधानमंत्री मोदी ने 12 मई के भाषण में कहा था कि भले ही हम लॉकडाउन को धीरे-धीरे हटाने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन यह याद रखना चाहिए कि जब तक हम कोई वैक्‍सीन या समाधान नहीं ढूंढ लेते हैं, तब तक वायरस से लड़ने के लिए हमारे पास सबसे बड़ा हथियार सोशल डिस्टेंसिंग ही है।

राज्यों को अधिकार

लॉकडाउन के चौथे चरण में दो राज्यों के बीच यात्री परिवहन आपसी सहमति के बाद ही चल सकेगा। गृह मंत्रालय ने जारी किए दिशानिर्देशों में बताया है कि यात्री परिवहन या बसें सिर्फ़ दो राज्यों की सहमति पर निर्भर करती हैं।

इसके अलावा अब से रेड, ऑरेंज, कंटेनमेंट और बफ़र ज़ोन कौन-सा क्षेत्र होगा इसका फ़ैसला ज़िला प्रशासन करेगा। यानी एक प्रकार से यह राज्य की ज़िम्मेदारी होगी।

इसके अलावा कंटेनमेंट ज़ोन में सिर्फ़ ज़रूरी गतिविधियों की अनुमति होगी। ज़रूरी सेवाओं में लगे लोगों को छोड़कर इन ज़ोन से लोगों के आने-जाने की अनुमति नहीं होगी।

सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को स्वास्थ्य सेवाओं के कर्मचारियों को बिना किसी रोकटोक के आने-जाने की अनुमति देने के लिए कहा गया है।

सभी तरह का सामान ले जा रही गाड़ियों और खाली ट्रकों को एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने की अनुमति दी गई है।

भारत की स्थिति औऱ क्या हैं आंंकड़े?

अब तक पूरी दुनिया के 188 देशों में कुल 46,56,639 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। 16,94,169 मरीज ठीक हो गये तथा 3,12,188 की मृत्यु हो चुकी है। वहीं भारत में अबतक 91314 लोग संक्रमित हुए हैं। 34109 मरीज ठीक हुए हैं तथा 2,897 लोग मर चुके हैं

अब भारत ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है, और 11 वें स्थान पर आ गया है। संक्रमण के मामले में अमेरिका (14,67,884) के बाद रूस (2,81,752), ब्रिटेन (2, 41461), ब्राजील (2,33,511), स्पेन (2,30,698), इटली (2,24,760), फ्रांस (1,79,630), जर्मनी (1,76,244), टर्की (1,48067), ईरान (1,20,198) है।

मौतों के मामले में अमेरिका (88,754) के बाद सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित देश इटली (31,763 मौतें); स्पेन (27,563 मौतें); ब्रिटेन (34,546 मौतें ); फ्रांस (27,532 मौतें); जर्मनी (7948 मौतें), टर्की (4096), ब्राजील (15622), ईरान (6988), चीन (4638), बेल्जियम (9052), नीदरलैंड (5689), कनाडा (5800), स्वीडन (3674) हैं।

दिल्ली में क्या होंगे बदलाव?

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से लॉकडाउन 4.0 के लिए सुझाव मांगे थे। इसके लिए उन्होंने फ़ोन, ईमेल और वॉट्सऐप नंबर भी जारी किए। सुझाव में उन्होंने बस, मेट्रो, ऑटो, टैक्सी खोलना चाहिए या नहीं उस पर जनता की राय मांगी थी।

केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया है-

अब तक क्या-क्या हुआ?

साल 2020 का लगभग आधा भाग कोरोना नामक वायरल बीमारी कोविड-19 (COVID-19) के नाम अब तक रहा है।

9 मार्च को होली से ही इस वायरस का असर दिखना शुरू हो गया। पूरे देश में होली फीकी रही। किसी ने खेली तो किसे ने नहीं। कुल मिलाकर ज्यादातर छात्र शहरों से गांवों की ओर होली खेलने निकल पड़े थे। इस समय कोरोना वायरस का संक्रमण पूरे विश्व में पसर रहा था। इन्हीं दिनों स्कूल बंद होने लगे, यहां तक कि सीबीएसई बोर्ड के 12 वीं कक्षा के 2 पेपर तो अभी तक नहीं हुए। बाकी बच्चों को बिना परीक्षा लिये पास कर अगली कक्षा में प्रोमोट भी कर दिया गया है।

20 मार्च को पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश दिया और 22 मार्च को पूरे देश में जनता कर्फ्यू लगा दिया गया। शाम को 5 बजे सभी ने अपनी छतों, बालकॉनियों, आंगनों मे शंख, घंटी, थाली, ताली बजाकर एक दूसरे के साथ खड़े होकर कोरोना वायरस के खात्में का प्रण लिया।

24 मार्च रात्रि 12 बजे से पूरे देश में 3 सप्ताह (21 दिन) के लिए लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई। हालांकि, तब देश में, कोरोना के कुछ ही मामले थे और 10 कोरोना पीड़ितों की मौत हुई थी। उस समय तक इटली में 6000 से अधिक लोग कोरोना से मर चुके थे। यह लॉकडाउन का पहला चरण था। (वैश्विक महामारी रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार 24 मार्च को रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करके यह घोषणा की)

14 अप्रैल को यह देश व्यापी लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया गया। यह लॉकडाउन का दूसरा चरण था। यह लॉकडाउन 19 दिनों के लिए बढ़ाया गया। यानी 3 मई को खत्म होना था।

4 मई से 17 मई तक लॉकडाउन दो हफ्ते के लिये और बढ़ा दिया गया। यह लॉकडाउन का तीसरा भाग कहलाया।

लॉकडाउन 1.0-3.0 तक क्या क्या खुले क्या बंद रहे?

लॉकडाउन के दौरान टैक्सी, कैब, ऑटो, ई-रिक्शा रेलवे व मेट्रो बंद, यातायात के सभी साधन बंद हैं। वीजा देना भी बंद किया गया। राज्यों की सीमाएं बंद कर दी गईं। सारे स्कूल, कालेज, रिसर्च संस्थान, विश्वविद्यालय, कोचिंग सेन्टर बंद कर दिये गए। हॉस्पिटल खुले रहे, लेकिन सभी रोगों के लिए इलाज भी नहीं हो सके। ज्यादातर सरकारी व प्राइवेट ऑफिस बंद कर दिये गए। सभी मॉल, शॉपिंग सेन्टर, बाजार, सैलून, बार, पब, फास्ट-फूड कॉर्नर, जिम, रेस्त्रां, मिठाई, पान बीड़ी की दुकाने तथा शराब के ठेके सब बंद कर दिये गए। केवल परचून की दुकाने (Groceries), दवाखाने, सब्जी/फल के ठेले व मिल्क बूथ खुले रहे। मटन, चिकन, फ़िश, अण्डों की दुकाने भी बंद रहे। मंदिर, मस्जिद और तमाम पूजा स्थल बंद रहे। सभी खेल बंद रहे। महीनों से दुनिया के किसी भी हिस्से में न कोई फुटबाल न कोई क्रिकेट मैच खेला गया। स्टेडियम को कई जगह अस्पतालों में तबदील कर दिया गया। कई खेल प्रतियोगिताएं, जैसे आईपीएल और विश्वस्तरीय चैंपियंस लीग को निरस्त कर दिया गया। जुलाई, 2020 मे होने वाले टोक्यो ओलम्पिक्स को एक साल के लिये टाल दिया गया। शादी ब्याह, जन्म दिन, किसी भी तरह की पार्टी सम्भव ही नहीं थी! किट्टी पार्टियां बंद हो गईं। पार्क, बीच, में घूमना, बैठना बंद कर दिया गया। सिनेमा घर, फिल्मों की शूटिंग, नये टीवी प्रोग्राम सब बंद हो गए।

लॉकडाउन 3 के दौरान राज्यों को शर्तों के साथ शराब की दुकाने खोलने की छूट दे दी गई। शराब के ठेकों पर भारी भीड़ उमड़ गई। 2 -2 किलोमीटर तक लम्बी कतारें देखी गईं। इस दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार की ओर से बसों से भेजने, श्रमिक रेल को चलाने के दावे किए गए। इस दौरान मार्मिक तस्वीरें छाई रहीं। तमाम मौतें होती रहीं।

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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