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सोशल मीडिया वार में फंसे संबित पात्रा, दो राज्यों में एफआईआर दर्ज!

कोरोना वायरस का कहर कम नहीं हुआ और उधर नेताओं व प्रवक्ताओं के आरोप-प्रत्यारोप ने नया मोड़ ले लिया है। केंद्र सरकार को घेरने में जहां हर और कॉंग्रेस पीछे नहीं है। वहीं बीजेपी नेता भी कांग्रेस को घेरते-घेरते देश के पूर्व प्रधानमंत्री पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर डालते हैं। ऐसे में कांग्रेस कैसे पीछे हटती उसने भी कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दे दी। ट्विटर पर एरेस्ट संबित पात्रा ट्रेंड कर रहा था। और अब धमकी कैसे बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा पर भारी पड़ गई वो हम बताएंगे, लेकिन इससे पहले जानते हैं क्या हुआ?

इसके पहले भी कांग्रेस के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी पर महाराष्ट्र और राजस्थान में एफआईआऱ हो चुकी है। जी न्यूज के सुधीर चौधरी के भड़काऊ पत्रकारिता पर भी केरल में कानूनी कार्रवाई जारी है। वहीं न्यूज 18 के पत्रकार अमिश देवगन पर भी गलत खबर दिखाने के संबंध में महाराष्ट्र पुलिस की ओर से कार्रवाई जारी है।

दरअसल कांग्रेस पार्टी और उसके दिवंगत नेताओं पर आपत्तिजनक ट्वीट करने के मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। संबित पात्रा भारतीय जनता पार्टी के राष्‍ट्रीय प्रवक्ताओं में से एक हैं। उन्‍हें खास तौर पर टीवी डिबेट में देखा जाता है।

देखें वीडियो-

संबित के खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस औऱ छत्तीसगढ़ पुलिस ने एफआईआऱ दर्ज की है। भारतीय युवा कांग्रेस के महासचिव बृजकिशोर दत्त ने संबित पात्रा के खिलाफ महाराष्ट्र में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद यह मामला दर्ज किया गया। वहीं युवक कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद पाढी की शिकायत पर रायपुर में एफआईआर क्रमांक 200/2020 के तहत भादवि की धारा 153A,505(02) 298 के तहत संबित पात्रा के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है।

रायपुर पुलिस ने जारी किया नोटिस
यूथ कांग्रेस के नेता की शिकायत पर एफआईआर के बाद रायपुर पुलिस ने संबित पात्रा को नोटिस जारी किया है। पुलिस ने 20 मई को सुबह 11 बजे बीजेपी नेता को रायपुर के थाना सिविल लाईन में पूछताछ के लिए उपस्थित होने के लिए कहा है।

क्या है पूरा मामला?

इस पूरे मामले को समझने के लिए संबित पात्रा के ट्वीटर पर चलते हैं। पात्रा ने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी को लेकर 9 मई को आपत्तिजनक पोस्ट ट्विटर पर शेयर किया। संबित ने एक ट्वीट में कहा है कि यदि कांग्रेस के शासनकाल में कोविड-19 की समस्या उत्पन्न हुई होती तो बड़े पैमाने पर धन का गबन और दुरुपयोग होता। भाजपा प्रवक्ता ने अपने विवादास्पद ट्वीट में कहा, ‘यदि यह महामारी कांग्रेस के शासनकाल में आई होती तो पांच हजार करोड़ रुपये मास्क पर, सात हजार करोड़ रुपये कोरोना जांच किट पर, 20 हजार करोड़ रुपये सैनिटाइजर पर और 26 हजार करोड़ रुपये राजीव गांधी वायरस अनुसंधान पर खर्च किए जाते।’ युवा कांग्रेस  ने अपनी शिकायत में कहा कि इसके अलावा संबित पात्रा ने पंडित जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी की तस्वीरों का उपयोग कर पार्टी के दिग्गज नेताओं की मानहानि की है।

9 मई को ही संबित ने राहुल गांधी की पूरी वीडियो का कुछ सेकेंड की क्लिप शेयर करते हुए मजाक उड़ाय़ा है। अल्ट न्यूज ने इसे गलत और फेक बताया है-

राहुल गांधी ने दरअसल कहा था, “आलू के किसानों को कहा कि ऐसी मशीन लगाउंगा कि इस साइड से आलू घुसेगा उस साइड से सोना निकलेगा. इस साइड से आलू डालो, उस साइड से सोना निकालो. इतना पैसा बनेगा कि आपको पता नहीं होगा कि क्या करना है पैसे का. ये मेरे शब्द नहीं है, नरेंद्र मोदी जी के शब्द हैं।”

साथ ही अब रेड, ग्रीन जोन पर कही पूरी बात को भी नहीं शेयर किया गया।

“Red is green, green is red”? – Sambit Patra shares clipped video to mock Rahul Gandhi

10 मई को संबित पात्रा के ट्विटर हैंडल से पोस्ट कर नेहरू और राजीव गांधी को भ्रष्ट कहने पर कांग्रेसियों ने शिकायत की। संबित पात्रा ने अपने ट्विटर पर पोस्ट में लिखा- नेहरू न होते तो कश्मीर की समस्या ही न होती। नेहरू ने ही कश्मीर की समस्या को जन्म दिया है। राजीव गांधी ने तो बोफोर्स की चोरी की। इसी पोस्ट को लेकर कांग्रेसियों ने आपत्ति जताई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा ने संबित को ट्विटर पर जवाब दिया, जिसे संबित पात्रा ने रिट्वीट भी किया।

एक ट्वीट में राजीव गांधी को फादर ऑफ मॉब लिंचिंग बताया गया-

संबित पात्रा ने एफआईआर का जवाब कुछ इस तरह दिया है-

छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में पुलिस ने बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी बढ़ाने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. रायपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख ने सोमवार को बताया कि जिले के सिविल लाइंस थाने में पुलिस ने युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद्र पाढ़ी की शिकायत पर संबित पात्रा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।

पाढ़ी ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि दोनों पूर्व प्रधानमंत्री को किसी भी भ्रष्टाचार और दंगों से संबंधित मामले में दोषी नहीं ठहराया गया है. जब देश कोविड-19 जैसी चुनौतियों से लड़ रहा है, ऐसे में इस तरह का ट्वीट करना ना केवल विभिन्न धार्मिक समूहों, समुदायों के बीच सद्भाव के लिए हानिकारक है, बल्कि इससे शांति भंग होने की भी आशंका है. वहीं, राज्य में बीजेपी के प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि सत्ताधारी दल सत्ता का दुरुपयोग विरोधी दल के नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज करने के लिए कर रही है।

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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