SUBSCRIBE
FOLLOW US
  • YouTube
Loading

जानिए, विनोद दुआ के बचपन से लेकर टेलीविजन पत्रकारिता में नये आयाम गढ़ने तक का पूरा सफर

जाने माने पत्रकार विनोद दुआ का 4 दिसंबर को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में करीब शाम 5 बजे देहांत हो गया। इसकी जानकारी उनकी बेटी मल्लिका दुआ ने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर के दी। विनोद दुआ काफी समय से बीमार चल रहे थे। विनोद दुआ कोरोना की दूसरी लहर में भी संक्रमित हो गए थे और तभी से उनकी हालत खराब थी जिसकी वजह से उन्हें बार बार अस्पताल में भर्ती होना पड़ता था। उन्होंने इसी साल जून में कोरोना संक्रमण के चलते अपनी पत्नी चिन्ना दुआ को खो दिया था। मल्लिका दुआ ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा “हमारे निर्भीक, निडर और असाधारण पिता विनोद दुआ का निधन हो गया है। उन्होंने एक अद्वितीय जीवन जिया, दिल्ली की शरणार्थी कॉलोनियों से शुरू करते हुए 42 वर्षों तक पत्रकारिता की उत्कृष्टता के शिखर तक बढ़ते हुए, हमेशा सच के साथ खड़े रहे।” उन्होंने आगे लिखा, ”वह अब हमारी मां, उनकी प्यारी पत्नी चिन्ना के साथ स्वर्ग में हैं, जहां वे गीत गाना, खाना बनाना, यात्रा करना और एक दूसरे से नोंकझोंक जारी रखेंगे।”

 

विनोद दुआ बचपन में कैसे थे?

विनोद दुआ दिल्ली के रेफ्यूजी कॉलोनी में पले बढ़े थे, उनके माता पिता 1947 में भारत के विभाजन के समय भारत आ गए थे। अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों में विनोद दुआ ने बहुत से गायक और बहस के कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था। उन्होंने 1980 के दशक तक थिएटर भी किया था। विनोद दुआ ने सूत्रधार पपेट ऑफ श्री राम सेन्टर फ़ॉर आर्ट एंड कल्चर के लिए दो नाटक लिखे थे जो कि बच्चों के लिये थे।

विनोद दुआ ने हंसराज कॉलेज से इंग्लिश लिटरेचर में डिग्री ली थी और उसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से लिटरेचर में पोस्ट ग्रेजुएशन की थी।

पत्रकारिता कैसे शुरू की?

विनोद दुआ ने अपने पत्रकारिता के कैरियर की शुरुआत दूरदर्शन पर युवाओं के लिए एक कार्यक्रम से की थी जिसका नाम ‘युवा मंच’ था। विनोद दुआ ने एनडीटीवी के लिये एक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया था जिसका नाम ‘ज़ायका इंडिया का’ था। इसके बाद उन्होंने ‘द वायर हिंदी’ के लिए ‘जन गण मन की बात’ कार्यक्रम में भी एंकरिंग की थी।

1981 में, विनोद दुआ ने ‘आप के लिए’, एक संडे मॉर्निंग पारिवारिक पत्रिका की एंकरिंग शुरू की, जो वे 1984 तक करते रहे। विनोद दुआ ने प्रणय रॉय के साथ, 1984 में दूरदर्शन पर चुनाव विश्लेषण की सह-एंकरिंग की। इससे उनके करियर को बढ़ावा मिला, क्योंकि इससे उन्हें कई अन्य टेलीविजन चैनलों के लिए चुनाव विश्लेषण कार्यक्रम के लिए एंकरिंग करने का मौका मिला।

उन्होंने ‘जनवाणी (पीपुल्स वॉयस)’ की भी एंकरिंग की, ये एक ऐसा शो था जहां 1985 में आम लोगों को सीधे मंत्रियों से सवाल करने का मौका मिलता था। यह शो अपनी तरह का पहला शो था। विनोद दुआ 1987 में इंडिया टुडे ग्रुप के एक उद्यम टीवी टुडे में इसके मुख्य निर्माता के रूप में शामिल हुए।

करंट अफेयर्स, बजट विश्लेषण और डॉक्यूमेंट्री फिल्मों पर आधारित शो का निर्माण करने के लिए, उन्होंने 1988 में अपनी प्रोडक्शन कंपनी, द कम्युनिकेशन ग्रुप लॉन्च किया। विनोद दुआ ने 1992 में ज़ी टीवी चैनल चक्रव्यूह शो की एंकरिंग की। 1992 और 1996 के बीच, वह एक साप्ताहिक करंट अफेयर्स पत्रिका, ‘परख’ के निर्माता रहे जो कि दूरदर्शन पर प्रसारित किया गया था।

अपनी पत्रकारिता के दौरान विनोद दुआ ने लोकप्रियता के साथ साथ कई पुरस्कार हासिल किए जिसमें उन्हें रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जॉर्नलिस्म, रेड इंक और पद्मश्री से नवाजा गया। रामनाथ गोयनका पुरस्कार जितने वाले विनोद दुआ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पहले पत्रकार थे।

विवादों में भी रहे हैं विनोद दुआ

साल 2017 में विनोद दुआ अभिनेता अक्षय कुमार पर भड़क गए थे क्योंकि एक कॉमेडी शो ‘द ग्रेट लाफ्टर चैलेंज’ की शूटिंग के दौरान अक्षय कुमार ने उनकी बेटी मालिक दुआ पर एक सेक्सिस्ट कमेंट कर दिया था।

2018 में फ़िल्म डायरेक्टर निष्ठा जैन ने विनोद दुआ पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था, लेकिन विनोद दुआ ने ये आरोप को नकारा और कहा कि ये राइट विंग की तरफ उनकी छवि खराब करने की कोशिश है, क्योंकि वे मोदी सरकार के बड़े आलोचक थे और इसी वजह से वो भाजपा समर्थकों के निशाने पर रहते थे। भाजपा समर्थकों की तरफ से विनोद दुआ और उनके काम को लेकर शिकायत दर्ज करवाई गई थी। 5 जून 2020 को हिमाचल प्रदेश के भाजपा प्रवक्ता नवीन कुमार द्वारा कथित रूप से “सार्वजनिक शरारत के लिए बयान देने” के लिए एक एफआईआर दर्ज की गई थी। क्राइम ब्रांच को दी गई अपनी शिकायत में नवीन कुमार ने विनोद दुआ पर यूट्यूब पर ‘द विनोद दुआ शो’ के जरिए ‘फर्जी खबरें फैलाने’ का आरोप लगाया। नवीन कुमार ने दुआ पर दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा पर “गलत रिपोर्टिंग” करने का भी आरोप लगाया।

हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की आलोचनात्मक टिप्पणी करने के लिए नवीन कुमार द्वारा विनोद दुआ के खिलाफ दर्ज किए गए राजद्रोह और अन्य आरोपों को खारिज कर दिया।

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

Be the first to comment on "जानिए, विनोद दुआ के बचपन से लेकर टेलीविजन पत्रकारिता में नये आयाम गढ़ने तक का पूरा सफर"

Leave a comment

Your email address will not be published.


*