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कॉलेज में पहले पढ़ा रहे गेस्ट शिक्षकों को कर दिया जा रहा बाहर, एडहॉक पदों की गेस्ट में तब्दीली का विरोध

दिल्ली विश्वविद्यालय की विद्वत परिषद के पूर्व सदस्य प्रो. हंसराज ‘सुमन’ ने दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कॉलेजों में एडहॉक पदों को समाप्त कर उन्हें गेस्ट शिक्षकों में तब्दील किए जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है और कहा कि कॉलेज गेस्ट शिक्षक की आड़ में धीरे -धीरे केंद्र सरकार की आरक्षण नीति को समाप्त कर उन पदों को सामान्य करना चाहता है। साथ ही उनका कहना है कि सेकेंड ट्रांच के अंतर्गत यूजीसी द्वारा दी गई पोस्टों पर जल्द से जल्द एडहॉक टीचर्स की नियुक्ति की जाए, इन पदों पर एससी, एसटी, ओबीसी कोटे के शिक्षकों को पहले लगाया जाना है।

प्रो सुमन ने बताया है कि 28 अगस्त को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि वह अपने यहां एडहॉक पदों के स्थान पर गेस्ट की नियुक्ति करे। उन्होंने बताया है कि जनवरी 2019 में हुई एकेडेमिक काउंसिल की बैठक में जब गेस्ट शिक्षक का मुद्दा उठा तो मैंने डीयू प्रशासन से कहा था कि किसी भी कॉलेज में शिक्षकों के स्वीकृत पदों पर एडहॉक और स्थायी नियुक्ति हो।

कॉलेज को यदि स्वीकृत पदों के ऊपर शिक्षकों की नियुक्ति करनी है तो वह 10 फीसदी पदों से ज्यादा गेस्ट फैकल्टी नियुक्त नहीं कर सकते। डीयू प्रशासन ने इसे स्वीकार करते हुए कहा था कि कॉलेज 10 फीसदी से ज्यादा गेस्ट शिक्षक नहीं रख सकेंगे। बावजूद इसके कॉलेज 10 फीसदी से ज्यादा गेस्ट शिक्षक रख रहे हैं।

प्रो. सुमन ने बताया है कि पिछले दिनों लगभग दर्जन कॉलेजों में गेस्ट शिक्षक के पदों के विज्ञापन निकाले गए, लेकिन इन विज्ञापनों में एक दो पदों को छोड़कर सभी पदों को सामान्य वर्गों से इन पदों पर नियुक्ति की गई। उनका यह भी कहना है कि जिन कॉलेजों में पहले से गेस्ट पढ़ा रहे थे उन्हें इस शैक्षिक सत्र में हटा दिया गया है। उन्हें हटाकर नई नियुक्ति के रूप में गेस्ट शिक्षक लगाए गए और पहले पढ़ा रहे गेस्ट शिक्षक को बाहर निकाल दिया गया।

विश्वविद्यालय के विभाग से आ रहे हैं विषय विशेषज्ञ

प्रो. सुमन ने गेस्ट शिक्षक की नियुक्तियों में विश्वविद्यालय के विभागों से विषय विशेषज्ञों को बुलाए जाने पर आपत्ति जताई है और कहा है कि जो भी विभागों से आने वाले विषय अनुभवी अपने अंतर्गत में रिसर्च करने वाले शोधार्थी को नियुक्त कर जाते हैं और जो लंबे समय से उस कॉलेज में अपनी सेवाएं दे रहे थे उन्हें हटा दिया जाता है।

सब्जेक्ट्स एक्सपर्ट में रोटेशन से भेजने की मांग

प्रो. सुमन ने डीयू कुलपति से मांग की है कि गेस्ट शिक्षकों की नियुक्तियों में सब्जेक्ट्स एक्सपर्ट बार-बार हर कॉलेजों में वही जा रहे हैं।

इसलिए जब भी गेस्ट शिक्षकों की कॉलेजों में नियुक्ति हो तो शिक्षकों को रोटेशन के हिसाब से भेजा जाए। उन्होंने यह भी मांग की है कि विभाग एक सब्जेक्ट्स एक्सपर्ट की लिस्ट तैयार करे और रोटेशन के हिसाब से टीचर्स भेजे जाएं। अभी जिन शिक्षकों को भेजा जा रहा है वहीं बार बार गेस्ट शिक्षकों के साक्षात्कार में जा रहे हैं।

गेस्ट शिक्षक के पदों में हो आरक्षण

अगर एडहॉक शिक्षक के स्थान पर गेस्ट शिक्षक में पदों को तब्दील किया गया है तो उसमें भी रोस्टर और आरक्षण के नियमों को लागू किया जाए ताकि आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को भी पढ़ाने का अवसर प्राप्त हो।

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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