जब किसी कारखाने की वजह से बहुत बड़ा हादसा हो जाता है। तो सरकारें और जिला प्रशासन नींद से जागती हैं। चुनावों में प्रमुख मुद्दा प्रदूषण का नहीं, बल्कि हिंदुत्व का होने लगा है। प्रदूषण से गाय, भैंस मरने लगें तो कौन ध्यान देगा। लेकिन गाय और गोरक्षा के नाम पर किसी का कत्ल कर दिया जाए तो उसे सरकार और विपक्ष जरूर एक मुद्दा बनाकर उछालती रहेगी और मीडिया में लंबी-लंबी हेडलाइन बनेगी।
हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश की एक फैक्टरी की। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में जयश्री गायत्री नाम से पनीर फैक्टरी है। इससे निकलने वाला जहरीला पानी सीवन नदी में छोड़ा जा रहा है। इससे सिहोर जिले के किसान प्रभावित हो गए हैं। किसानों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। जलीय जीवों पर बुरा असर पड़ा है। ये धीरे-धीरे खत्म हो रहे हैं। गांव के लोग कई प्रकार की संक्रामक रोगों से ग्रस्त हो रहे हैं। गाय, भैंस जैसे कई मवेशी दम तोड़ रहे हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इसको लेकर जयश्री गायत्री फूड प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री को बंद करने का आदेश दिया है। लेकिन अभी तक यह फैक्ट्री बंद नहीं हुई है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अपने आदेश 19 जनवरी, 2022 में पनीर फैक्ट्री का उत्पादन तत्काल बंद करने और बिजली विभाग को फैक्ट्री का कनेक्शन काटने का निर्देश भी दिया था। लेकिन कलेक्टर तक ने आश्वासन के सिवाय अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। बोर्ड के आदेश की इस अवमानना को लेकर अब किसान एनजीटी यानी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की शरण में पहुंच गए हैं। अब देखना यह होगा कि एनजीटी कितना जल्दी इस पर कोई कदम उठायेगा।
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एनजीटी में शिकायत दर्ज कराने वाले ग्राम पंचायत पिपलियामीरा के किसान मांगीलाल मेवाड़ा ने बताया कि हमारे गांव में जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री संचालित है। इसके जहरीले पानी से सीवन नदी पूरी तरह दूषित हो चुकी है। साथ ही इस गंदे जहरीले पानी से आसपास के जलस्त्रोत कुएं, ट्यूबवेल रिचार्ज हो रहे हैं। इनसे भी दूषित पानी आ रहा है। इसकी वजह से जलजीव तो पूरी तरह से नष्ट हो ही गए हैं साथ ही गांव के कई लोग कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों से ग्रस्त हैं। प्रदूषित पानी के सेवन से पिपलियामीरा ग्राम के किसान भागीरथ, कालूराम, नारायण सिंह का लड़का भय्यू को कैंसर हो गया। इस प्रदूषित पानी से सवाई सिंह, शंकरलाल नामक व्यक्ति की कैंसर से मौत हो चुकी है। दूषित पानी के सेवन से सोहनलाल का पेट खराब हो गया है। वहीं मोहन के पुत्र की किडनी खराब हो गई है।
मेवाड़ा के अनुसार, गांव के किसान चंदर सिंह माटसाब की गाय, रमेश की गाय, खुशीलाल की मवेशी सहित अनेक किसानों की गाय भैंस दूषित पानी के सेवन से मर चुके हैं। सीवन नदी से लगे चंदेरी और तकीपुर सहित कई गांवों के लोग जहरीले पानी का शिकार हो रहे हैं।
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