दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी 70 में से 62 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटी है। बीजेपी के खाते में केवल 8 सीटें ही आ पाई। आम आदमी पार्टी ने स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली और पानी पर चुनाव लड़ा वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने शाहीन बाग, हिन्दू-मुसलमान और नफरत की राजनीति पर चुनाव लड़ा। जिससे बीजेपी को इस बार भी चुनाव में निराशा हाथ लगी। शुरुआत में बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के पांच सालों में किये गये कामकाज पर सवाल खड़े किये लेकिन आम आदमी पार्टी ने उनके हर सवाल का जवाब दिया। यहां तक की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी दिल्ली में चुनावी रैलियां की। बीजेपी की ओर से जनता को बांटने वाले साम्प्रदायिक और राष्ट्रवादी बयानबाजी के जरिए चुनाव को राष्ट्रीय मुद्दों की ओर मोड़ दिया गया। इसके बावजूद केजरीवाल ने स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक और मुफ्त सुविधाओं पर अपना फोकस बनाए रखा। कांग्रेस इस रेस में शामिल तो थी लेकिन 2015 की तरह इस बार भी उसके हाथ एक भी सीट नहीं आई।
केजरीवाल 3.0 के शपथ ग्रहण में क्या होगा खास?
आम आदमी पार्टी की इस प्रचंड जीत के बाद अरविंद केजरीवाल अपनी पुरानी कैबिनेट के साथ 16 फरवरी को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बार कैबिनेट में फेरबदल होने की संभावना नहीं है। यह शपथ समारोह रामलीला मैदान में होगा। इसके लिए पूरी दिल्ली को न्योता दिया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के अलावा और किसी अन्य राज्य के मुख्यमंत्री या नेता को न्योता नहीं दिया जाएगा। आप के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि “केजरीवाल 16 फरवरी को रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। समारोह में शामिल होने के लिए किसी अन्य राज्य के मुख्यमंत्री या नेता को न्योता नहीं भेजा जाएगा। यह सिर्फ दिल्ली वालों के लिए होगा।”
अमित शाह ने माना नफरत भरे नारों से हारी बीजेपी
हमेशा से बीजेपी का एजेंडा हिन्दुत्व और राष्ट्रवाद का रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली चुनाव के नतीजों पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए स्वीकार किया है कि चुनाव प्रचार के दौरान लगे कुछ नारों का पार्टी के प्रदर्शन पर असर पड़ा। उन्होंने कहा कि “हो सकता है कि भुगतना भी पड़ा हो, वोट देने वाले ने क्यों वैसा वोट दिया ये तो मालूम नहीं किया जा सकता, मगर हो सकता है कि भुगतना पड़ा हो।” उन्होंने साथ ही कहा कि वे दिल्ली चुनाव के परिणामों को स्वीकार करते हैं, “जहाँ तक परिणामों का सवाल है, तो मैं विनम्रता से स्वीकार करता हूँ कि हम चुनाव हारे हैं और हम एक ज़िम्मेदार विपक्ष के नाते दिल्ली में सरकार ढंग से चले इसकी चिंता करेंगे।” अमित शाह ने भी कहा कि दिल्ली में उनकी पहली हार नहीं है। ना हम पहली बार हारे हैं, ना पहली बार परिणाम विपरीत आया है। बिहार में भी हम हारे थे, कर्नाटक में भी हारे। मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी हारे।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने स्वीकारा जनता का फैसला
दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एग्ज़िट पोल में आम आदमी पार्टी की जीत के अनुमान को ख़ारिज किया था। उनकी ओर से किये गये सभी दावे गलत साबित हुए और दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को भारी बहुमत के साथ जीता दिया। मनोज तिवारी ने कहा कि जनता ने जो फैसला लिया हम उसे स्वीकार करते हैं। केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। इस शपथ समारोह में पूरी दिल्ली को आमंत्रण दिया गया है।
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