एक महाभारत होने से बचा, मगर क्रांति का रास्ता प्रशस्त हो चला है?
दमन, शोषण और हिंसा के समर्थक इतने नीच कैसे हो सकते हैं? आंखों पर पर्दा डालकर अमानवीय हरकत कैसे कर सकते हैं? उपद्रव का सहारा लेकर किसी शांतिपूर्ण आंदोलन में विघ्न कैसे डाल सकते हैं?…
दमन, शोषण और हिंसा के समर्थक इतने नीच कैसे हो सकते हैं? आंखों पर पर्दा डालकर अमानवीय हरकत कैसे कर सकते हैं? उपद्रव का सहारा लेकर किसी शांतिपूर्ण आंदोलन में विघ्न कैसे डाल सकते हैं?…
प्रिय अमृता, माफ करना, बिना पूछे या जाने ही तुम्हें प्रिय लिख रहा हूं। लेकिन क्या करूं, तुम्हारे बारे में पढ़-पढ़ कर बस इतना ही समझ पाया कि तुम प्रेम की किसी मूरत जैसी ही…
-संजय भास्कर हिंदी अकादमी के उपाध्यक्ष और नामचीन कवि विष्णु खरे (78) का बुधवार को दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में निधन हो गया। बीते 12 सितंबर को ब्रेन हेमरेज के बाद उन्हें यहां भर्ती…
नयी दिल्ली। देश के शीर्षस्थ ओजस्वी कवि डॉ. हरिओम पंवार बुधवार 12 सितम्बर को वरिष्ठ नवीनतम बालोपयोगी पुस्तक ‘पेटू बिल्ली’ का लोकार्पण करेंगे। यह पुस्तक पत्रकार एवं कवि हेमन्त ‘स्नेही’ ने लिखी है, जिसका लोकार्पण आईटीओ…