SUBSCRIBE
FOLLOW US
  • YouTube
Loading

dilip kumar

यक्ष इन पुस्तक मेला (व्यंग्य)

दिल्ली का पुस्तक मेला समाप्त हो चुका था। धर्मराज युधिष्ठिर हस्तिनापुर के अलावा इंद्रप्रस्थ के भी सम्राट थे। अचानक यक्ष प्रकट हुए, उन्होंने सोचा कि चलकर देखा जाये कि धर्मराज अभी भी वैसे हैं या…


सिक्किम की आबादी के जितनी पुस्तकों का विमोचन और केजरीवाल के मोदीजी पर अगणित आरोपों जितनी सेल्फियां फेसबुक पर (व्यंग्य)

दिल्ली में हर बार की भांति पुस्तक मेला लगा, दिल्ली देश का दिल है, अवार्ड वापसी वाले लेखक बहुत परेशान हैं कि जितनी ख्याति उनको अवार्ड लौटाकर नहीं मिली थी उससे ज्यादा प्रचार-प्रसार तो इस…


ऑफ द ईयर (व्यंग्य)       

ऑफ द ईयर की धूम मची है। विगत वर्ष में हिंदी साहित्य में तब सनसनी मच गयी थी जब कुछ प्रयोगधर्मी लोगों ने वर्ष घोषित करने की मांग की। इस वर्ष देखिये वो लोग हिंदी…