किताब समीक्षाः अंकित कुंवर की “नजरिया- एक युवा सोच”
देश को आजाद कराने के लिए न जाने कितने युवाओं ने प्राणों का उत्सर्ग कर दिया था। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायकों में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, तात्याटोपे, मंगलपाण्डे युवा ही थे। रानी…
देश को आजाद कराने के लिए न जाने कितने युवाओं ने प्राणों का उत्सर्ग कर दिया था। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायकों में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, तात्याटोपे, मंगलपाण्डे युवा ही थे। रानी…
सोशल मीडिया के जमाने में पोस्ट की भरमार हैं। हर तरफ कहानियां बिखरी पड़ी हैं। उन्हें समेटने का जोखिम कुछ ही लोग उठा पाते हैं। अगर ऐसा न होता तो हर कोई किताब ही लिखता।…