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रचनाकार

कहानियों की श्रृंखला में दलितों से भेदभाव पर आधारित ‘बारह किस्से टन्न-4’ में ‘मोहर’ की शानदार प्रस्तुति

कोरोना विषाणु संक्रमण के कारण अभी स्कूल, कॉलेज जैसे शिक्षा संस्थान बंद हैं। इस वजह से अध्ययन, अध्यापन का कार्य छात्र व अध्यापक घर बैठे सोशल मीडिया या वीडियो ऐप के माध्यम से ही कर…


कविता का गहरा प्रभाव हमारी संस्कृति और संस्कारों पर कैसे पड़ा है, इसे जानने के लिए नरेश शांडिल्य के इन विचारों को पढ़िये

समकालीन हिंदी दोहा लेखन में ‘दोहों के आधुनिक कबीर’ के रूप में विख्यात और लोकप्रिय नरेश शांडिल्य एक प्रतिष्ठित कवि, दोहाकार, शायर, नुक्कड़ नाट्यकर्मी और संपादक हैं। विभिन्न विधाओं में आपके 7 कविता संग्रह प्रकाशित…


“जो रचना कमज़ोर तैयार हो जाती है, उसे फिर से मज़बूत बनाना मुश्किल होता है”

आज हम साहित्य जगत से ममता शर्मा से रूबरू करा रहे हैं। वर्तमान हिंदी लेखन में ममता शर्मा की पहचान कथा लेखिका के रूप में है। राजीव कुमार झा से अपनी इस बातचीत में उन्होंने…


कविताः पिता

-रचना दीक्षित जाने क्यों नहीं बदलते कभी पिता मेरे हों या मेरे बच्चों के जब देखो रहते हैं पिता बचपन में देखा तो पिता बड़ी हुई तो भी पिता उम्र के इस पड़ाव पर जब…