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जनता

सत्ता स्वार्थी हो चली है (कविता)

-पूजा कुमारी सत्ता की रस्म हो चली है हर त्योहार पर उपहार त्योहार कैसा? उपहार कैसा?   इज्जत लूटने का त्योहार हो तो लाख टके का उपहार जीवन जाने का त्योहर हो तो लाख टके…


कोबरापोस्ट ऑपरेशन 136 जिसने खोल दी तमाम मीडिया संस्थानों की पोल

शीतल चौहान मीडिया का निष्पक्ष होना किसी भी लोकतांत्रिक देश को और सुदृढ़ बनाने के लिए बहुत जरूरी है। मीडिया अगर जनता की समस्याओं को सरकार तक और सरकार के कामकाज को जनता तक बिना…