कविताः ऐसा पाक बंधन है प्यार का
-बिकाश आनंद दुनिया की नजरों में, मैं एक शराबी बन गया, जब से तू गयी है। मैं क्या था और क्या से क्या बन गया… मैं आज भी उसी राह में सोया हूँ,…
-बिकाश आनंद दुनिया की नजरों में, मैं एक शराबी बन गया, जब से तू गयी है। मैं क्या था और क्या से क्या बन गया… मैं आज भी उसी राह में सोया हूँ,…
-बिकाश आनंद आंखें तरस रहीं, पलकें बरस रहीं, न जाने तन बदन में, ये कैसी हो रही हलचल ओह, फ़िर कल… रात न कटी, दिन जो है डटी , न जाने कब लौटेगा, ये बीत…