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यूजीसी ने निकाली पीजी के लिए छात्रवृत्तियां, लड़कियों के लिए है विशेष अवसर

तस्वीरः गूगल साभार

यूजीसी ने पीजी स्तर के भारतीय विद्यार्थियों के लिए कई छात्रवृत्तियों की घोषणा की है। इनमें एक छात्रवृत्ति विशेष तौर पर लड़कियों के लिए ही निकाली गई है।

यूजीसी ने जिन छात्रवृत्तियों की घोषणा है, वे इस प्रकार हैं:

स्नातकोत्तर इंदिरा गाँधी छात्रवृत्ति 

ये छात्रवृत्ति स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही छात्राओं के लिए निकाली गई है। वे छात्राएँ जिन्होंने स्नातकोत्तर स्तर के किसी भी पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष में दाख़िला लिया है और अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं, इसके लिए आवेदन कर सकती हैं। लेकिन इसके लिए वही छात्राएँ आवेदन कर सकती हैं जिनकी उम्र तीस वर्ष से कम है। इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने वाली छात्राओं को दो वर्षीय स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रम के दौरान प्रतिवर्ष 36,200 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।

जो भी छात्राएँ इसके लिए आवेदन करना चाहती हैं, उन्हें अपना आधार नंबर, स्वयं की एक पासपोर्ट वाली तस्वीर, खुद के हस्ताक्षर किया हुआ अंक-पत्र और मौजूदा पाठ्यक्रम की फ़ीस-रसीद जमा करनी होगी।

यूजीसी ने महज़ शिक्षा के क्षेत्र में छात्राओं को प्रोत्साहित करने के मकसद से इस छात्रवृत्ति को शुरू नहीं किया है। इसका मकसद देश में लड़कों की तुलना में घट रही संख्या को कम करना है। भारत के ज़्यादातर परिवारों में स्त्रियों पर लड़कों को ही जन्म देने के लिए दबाव डाला जाता है। बेटी के जन्म से पहले ही उसे मार दिया जाता है। वहीं ज़्यादातर परिवार लड़कियों की उच्च शिक्षा पर ख़र्च करने से कतराते हैं। इसलिए देश की कई लड़कियाँ हौनहार होते हुए भी उच्च शिक्षा से वंचित रह जाती हैं। केंद्र सरकार और यूजीसी का मानना है कि इस स्थिति को लड़कियों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करके ही सुधारा जा सकता है। छात्रवृत्तियाँ प्राप्त कर लड़कियाँ स्नातकोत्तर  पाठ्यक्रमों में भी दाख़िला ले सकेंगी और बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त कर आत्मनिर्भर बन सकेंगी।

स्नातकोत्तर मेरिट स्कॉलरशिप 

यह छात्रवृत्ति यूनिवर्सिटी रैंक होल्डर्स के लिए है, यानी उन विद्यार्थियों के लिए जन्होंने स्नातक स्तर के किसी भी पाठ्यक्रम में विश्वविद्यालय में प्रथम या द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। कई दफ़ा विश्वविद्यालय में टॉप करने वाले वे विद्यार्थी होते हैं जो आर्थिक रूप से कमज़ोर हैं। टॉप करने के बावजूद भी विपरीत परिस्थियों के कारण उन्हें आगे की पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। यूजीसी ने यह छात्रवृत्ति ऐसे ही होनहार विद्यार्थियों के लिए शुरू की है।

वे विद्यार्थी जिन्होंने रासायन विज्ञान, भूमि विज्ञान, जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान, लेखाशास्र (कॉमर्स), भाषा, गणित विज्ञान और सामाजिक विज्ञान संबंधी किसी भी स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में विश्वविद्यालय में प्रथम या द्वितीय स्थान प्राप्त करते हुए 60 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं, इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन हेतु उम्र सीमा भी रखी गई है। इसके लिए वे विद्यार्थी ही आवेदन कर सकेंगे जिनकी उम्र स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष में दाखिला लेते वक्त 30 वर्ष से कम हो। इन विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम के दौरान दो वर्ष तक प्रतिमाह 3100 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।

वे विद्यार्थी जो इसके लिए आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री, मेरिटकुलेशन का प्रमाण-पत्र, स्नातकोत्तर संस्थान से सत्यापन प्रमाण पत्र और आधार की स्कैण्ड प्रतिलिपि जमा करनी होगी।

एससी/एसटी छात्रों के लिए व्यावसायिक पाठ्यक्रमों हेतु स्नातकोत्तर छात्रवृत्ति 

अनूसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के वे विद्यार्थी जो स्नातकोत्तर के किसी भी व्यावसायिक पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष में हैं, इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस छात्रवृत्ति से एमई (M.E.) और एमटेक (M.Tech.) के विद्यार्थियों को प्रति माह 7800 रुपये की राशि और अन्य पाठ्यक्रम के विद्यार्थी 4500 रुपये प्रति माह की राशि प्राप्त कर सकेंगे।

उत्तर-पूर्वी राज्यों के विद्यार्थियों के लिए ईशान उदय छात्रवृत्ति 

उत्तर-पूर्वी राज्यों में उच्च शिक्षा की सुविधाओं की कमी को देखते हुए ईशान उदय के तहत इस विशेष छात्रवृत्ति की शुरुआत की गई है। उत्तर-पूर्वी राज्यों के करीब 10,000 विद्यार्थी इस छात्रवृत्ति का लाभ उठा सकेंगे। इस योजना की शुरुआत 2014-15 के अकादमिक सत्र से की गई थी। उत्तर-पूर्वी राज्यों के निम्न आय वर्ग के वे सभी विद्यार्थी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं जो देश भर के विश्विद्यालयों या कॉलेजों में स्नतातक पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत हैं। इस छात्रवृत्ति के तहत विद्यार्थी अपने पाठ्यक्रम के दौरान प्रति माह 3500 से 5000 रुपये मदद राशि प्राप्त कर सकेंगे।

 

इन सभी छात्रवृत्तियों के लिए केवल वे ही विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं जो उन विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत हैं जिन्हें यूजीसी से मान्यता प्राप्त है तथा जिन्हें सरकारी अनुदान हासिल है। इनमें निम्न शिक्षण संस्थान शामिल हैं:

यूजीसी कानून की धारा 2(t) और 12(B) में दर्ज विश्विद्यालय/संस्थान/कॉलेज

यूजीसी कानून 1956 की धारा 3 में वे डीम्ड विश्वविद्यालय जो यूजीसी से अनुदान प्राप्त करने के लिए योग्य हैं। इनमें वे डीम्ड विश्वविद्यालय शामिल नहीं हैं जिन्हें राज्य या केन्द्र सरकार से किसी प्रकार का अनुदान प्राप्त नहीं है। इन विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थी इन छात्रवृत्तियों के लिए आवेदन नहीं कर सकते।

राष्ट्रीय महत्व के वे शिक्षण संस्थान जिन्हें सरकार से अनुदान प्राप्त है, के विद्यार्थी भी इन छात्रवृत्तियों के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तारीख़ 30 नवंबर है। लेकिन वेबसाइट पर बढ़ रहे लॉड को देख़ते हुए यूजीसी ने जल्द से जल्द आवेदन करने की सलाह दी है।

सो लैट्स हरी अप गाइज! आवेदन संबंधी और जानकारी के लिए निम्न लिंक पर जा सकते हैं:

https://www.ugc.ac.in/ugc_schemes/

-सुकृति गुप्ता

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

1 Comment on "यूजीसी ने निकाली पीजी के लिए छात्रवृत्तियां, लड़कियों के लिए है विशेष अवसर"

  1. Hi
    Dear mam/ sir
    My name meena goswami I need this scholarship
    So please
    Gave me advised

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