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डीयू में शोधार्थियों की बैठक, यदि समस्याओं का समाधान नहीं तो हो सकता है आंदोलन  

दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस आर्ट्स फैकल्टी में शोधार्थियों की अनेक समस्याओं के समाधान के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय में ही पढ़ने वाले छात्रों के एक समूह ने खुले में बैठक (ओपन हाउस मीटिंग) का आयोजन किया । इस बैठक में दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले शोधार्थियों की सभी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इस सभा में अलग-अलग विषय के 200 से अधिक शोधार्थियों ने हिस्सा लिया।

शोधरत छात्रों ने इन-इन समस्याओं को उठाया

(1) दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) में शोधछात्रों को मताधिकार न होने के कारण नेतृत्वविहीन होना।

(2) शोधछात्रों की छात्रवृत्ति का समय से नहीं मिलना

(3) शोधार्थियों के लिये छात्रावास का अभाव

(4) विज्ञान से सम्बंधित अनेक विभागों में शोध उपकरणों का अभाव

(5) विज्ञान विभागों से सम्बंधित USIC में कर्मचारियों के अभाव के कारण शोध में बाधा आना।

(6) शोध से सम्बंधित अनेक अंतरराष्ट्रीय शोध पत्र एवं जर्नल का दिल्ली विश्वविद्यालय में उपलब्ध नहीं होना।

(7) विश्वविद्यालय में 24×7 लाइब्रेरी एवं रीडिंग रूम न होना।

अगर समाधान जल्द नहीं तो होगा आंदोलन

छात्रों का कहना है कि इन प्रमुख समस्याओं के समाधान के लिए चर्चा करते हुए आगे की दिशा तय की गयी। इस सभा के आयोजकों में से एक अभिषेक वर्मा ने बताया कि सभी ने तय किया कि हम एक शोधछात्रों का हस्ताक्षर अभियान चला कर दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी शोधार्थियों के हस्ताक्षर कराएँगे।

इसके पश्चात ये सभी हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति को दिया जाएगा। यदि दिल्ली विश्विद्यालय प्रशासन ने शोधार्थियों से सम्बंधित सभी समस्याओं को जल्द से जल्द दूर नहीं किया तो शोध छात्र आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे। इस सभा के आयोजक अभिषेक वर्मा, प्रसन्ना वैद्य, प्रवीन अधाना एवं लोकेश राठौर थे।

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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