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चुनाव आयोग के अनुसार ‘भ्रष्टाचारी नंबर वन’ बयान पहली नजर में आचार संहिता का उल्लंघन नहीं

उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजीव गांधी को कथित रूप से ‘भ्रष्टाचारी नंबर वन’ बताए जाने पर चुनाव आयोग को मंगलवार को अपनी रिपोर्ट सौंपी।

क्या है पूरा मामला, देखें वीडियो

मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास से मिली जानकारी के अनुसार प्रथमदृष्टया प्रधानमंत्री की टिप्पणी को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं पाया गया है। लेकिन अधिकारियों ने ऑन रिकॉर्ड कुछ भी कहने से इनकार कर दिया औऱ कहा कि अभी चुनाव आयोग इस मुद्दे पर आदर्श आचार संहिता एवं अन्य संबंधित नियमों के आधार पर निर्णय लेगा।

चुनाव आयोग ने मंगलवार को कहा, ‘पहली नजर में हमने पाया कि भारतीय चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक इस मामले में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ है।’ प्रधानमंत्री मोदी ने गत शनिवार (4 मई) को उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में रैली में कहा था कि कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जीवन का अंत ”भ्रष्टाचारी नम्बर एक” के रूप में हुआ।

कांग्रेस ने मोदी की टिप्पणी पर सोमवार को आयोग से संपर्क किया था। इस पर बाद में रिपोर्ट मांगी गयी थी। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के खिलाफ बयान देने के लिए मोदी के विरूद्ध कार्रवाई की सोमवार को मांग की थी। साथ ही कांग्रेस ने आयोग से मोदी के प्रचार पर तुरंत रोक लगाने की भी मांग की थी।

कांग्रेस नेताओं की एक टीम जिसमें शामिल अभिषेक मनु सिंघवी, राजीव शुक्ला, सलमान खुर्शीद आदि नेताओं ने चुनाव आयोग से मोदी के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए तत्काल कार्रवाई करने की मांग की थी और उक्त टिप्पणी को ”असभ्य, अवैध और भारतीय परंपराओं के खिलाफ बताया था।

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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