उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजीव गांधी को कथित रूप से ‘भ्रष्टाचारी नंबर वन’ बताए जाने पर चुनाव आयोग को मंगलवार को अपनी रिपोर्ट सौंपी।
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास से मिली जानकारी के अनुसार प्रथमदृष्टया प्रधानमंत्री की टिप्पणी को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं पाया गया है। लेकिन अधिकारियों ने ऑन रिकॉर्ड कुछ भी कहने से इनकार कर दिया औऱ कहा कि अभी चुनाव आयोग इस मुद्दे पर आदर्श आचार संहिता एवं अन्य संबंधित नियमों के आधार पर निर्णय लेगा।
EC on complaint against PM over ‘Bhrashtachari No1’ remark against Rajiv Gandhi: Prima facie, we did not figure out any literal violation of MCC as given in Election Commission of India instructions. Case is therefore disposed off. pic.twitter.com/flRb6uzoVL
— ANI (@ANI) May 7, 2019
चुनाव आयोग ने मंगलवार को कहा, ‘पहली नजर में हमने पाया कि भारतीय चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक इस मामले में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ है।’ प्रधानमंत्री मोदी ने गत शनिवार (4 मई) को उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में रैली में कहा था कि कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जीवन का अंत ”भ्रष्टाचारी नम्बर एक” के रूप में हुआ।
कांग्रेस ने मोदी की टिप्पणी पर सोमवार को आयोग से संपर्क किया था। इस पर बाद में रिपोर्ट मांगी गयी थी। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के खिलाफ बयान देने के लिए मोदी के विरूद्ध कार्रवाई की सोमवार को मांग की थी। साथ ही कांग्रेस ने आयोग से मोदी के प्रचार पर तुरंत रोक लगाने की भी मांग की थी।
कांग्रेस नेताओं की एक टीम जिसमें शामिल अभिषेक मनु सिंघवी, राजीव शुक्ला, सलमान खुर्शीद आदि नेताओं ने चुनाव आयोग से मोदी के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए तत्काल कार्रवाई करने की मांग की थी और उक्त टिप्पणी को ”असभ्य, अवैध और भारतीय परंपराओं के खिलाफ बताया था।
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