-चंदा
नई दिल्ली : शुक्रवार शाम दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैम्पस स्थित एक रेस्तरां में वीरता संगठन के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस मौके पर संगठन के संस्थापक सीताराम और सचिव विवेक समेत कई एनसीसी छात्र-छात्राएं मौजूद रहे ।
गौरतलब हो कि वर्ष 2015 में मेजर जनरल प्रमोद कुमार सहगल और वेटरेन्स इंडिया के राष्ट्रीय सचिव सीताराम ने युवा शक्ति संगठन “वीरता” का गठन किया। इस संगठन का कार्य एनसीसी कैडेट व युवाओं को भारतीय सेना के लिए प्रेरित करना और उनकी सहायता करना है। इस संगठन के माध्यम से वीरता दिल्ली विश्वविद्य़ालय के छात्रों को जागरूक करने का कार्य कर रहा है।
क्या है वीरता
वीरता एक युवा शक्ति संगठन है। इसका कार्य युवाओं को सभी प्रकार से सशक्त करने के लिए हर सम्भव प्रयास करना है। चाहे वह विकास शारीरिक, मानसिक , सामाजिक, आध्यात्मिक हो अथवा देशप्रेम मानवता प्रेम मूलक आर्थिक विकास। सभी विषयों के मूल में युवाओं का सर्वांगीण विकास है। क्योंकि आज देश की डोर युवाओं के हाथों में है, ऐसे में जरूरी है कि हर युवक एवं युवती देश व समाज के प्रति अपनी अहम जिम्मेदारियों को समझें व देश को प्रगति की ओर ले जाएं। विद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में “राष्ट्रीय कैडेट कोर” इस दिशा में एक प्रशंसनीय प्रयास दशकों से साबित हुआ है। फिर भी राष्ट्रीय कैडेट कोर में काफी सुधार व बदलाव की आवश्यकता है, जिसके लिए वीरता प्रयत्नरत है।
इसके अतिरिक्त युवाओं की कलात्मक शक्ति को भी हम समान बल देते हैं। हमारा कार्य कला को उसके सभी उपासकों तक पहुंचाना और उनमें शोधित तथा परिष्कृत योग्यता को सही आयाम देने का प्रयास करना है।
आत्मसुरक्षा के गुर सिखाने में अहम योगदान
संगठन के संस्थापक सीताराम ने बताया कि वीरता युवाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करता है एवं इसको लेकर उनके स्वास्थ्य को संरक्षित करने के लिए नियमित आत्मसुरक्षा तथा जैसी गतिविधियाँ चलाई जाती हैं।
इसके लिए संस्थापक की ओर से मेजर जनरल प्रमोद कुमार की मदद से लगभग दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों में छात्रों को जागरूक करने के लिए और एसएसबी (सर्विस सिलेक्शन बोर्ड) के लिए निशुल्क सेमिनार का आयोजन किया जा चुका है। इसके साथ ही वह कई आत्मरक्षा शिविर प्रशिक्षण कैंप भी लगा चुके हैं। यही नहीं वह स्वच्छ भारत अभियान के तहत बड़े स्तर पर “वीरता” के छात्रों के साथ मिलकर स्वच्छ अभियान में भाग ले चुके हैं।
इस सराहनीय प्रयास के लिए सीताराम और उनकी वीरता की टीम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में वीरता के कार्यक्रम की प्रशंसा की थी। उनके इसी निस्वार्थ भावना से किए गए कार्य को लेकर पूर्व सेना प्रमुख व विदेश मंत्री डॉक्टर जनरल वीके सिंह ने पूर्व एनसीसी सीनियर अंडर ऑफिसर रह चुके सीताराम को वेटरंस इंडिया के राष्ट्रीय सचिव पर नियुक्त किया।
इसी सफलता को लेकर आगे बढ़ते हुए वीरता फाउंडेशन की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पर वीरता के सचिव विवेक कुमार ने भी छात्र-छात्राओं को वीरता से जुड़ने, वह वीरता की सफलता को लेकर बच्चों से अपने विचार साझा किया।
Be the first to comment on "दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों को वीरता कर रहा जागरूक"