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मैत्रेयी कॉलेज में साप्ताहिक फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम हुआ शुरू

मुख्य अतिथि प्रोफेसर अनिता घई छात्रों को संबोधित करती हुईं

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से सम्बद्ध मैत्रेयी कॉलेज में सोमवार को डिसेबिलिटीज स्टडीज: पर्सपेक्टिव एण्ड इमरजिंग ट्रेंड्स विषय को लेकर इंटरडिस्प्लिनरी साप्ताहिक फ़ैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम प्रारम्भ हुआ। रामानुजन कॉलेज के टीचिंग एण्ड लर्निंग सेन्टर और मैत्रेयी कॉलेज के इनैबलिंग यूनिट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हो रहा यह कार्यक्रम पूरे एक सप्ताह तक चलेगा, जो पंडित मदन मोहन मालवीय मिशन से मान्यता प्राप्त है।

उद्घाटन सत्र में मैत्रेयी कॉलेज की प्राचार्या डॉ. हरित्मा चोपड़ा ने अपने कॉलेज की ओर से कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा कहा कि डिसेबिलिटीज स्टडीज को लेकर आयोजित इस प्रोग्राम का विषय सर्वथा यूनिक है। इस प्रोग्राम से प्रतिभागियों को दिव्यांगता के विविध आयामों को समझने में सहूलियत होगी। साथ ही उन्होंने दिव्यांगता क्षेत्र के उत्कृष्ट व्यक्तियों का दृष्टान्त देकर समाज को इनसे प्रेरणा लेने की बात भी कही। उसके बाद मंच पर मौजूद रामानुजन कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसपी अग्रवाल ने पंडित मदन मोहन मालवीय मिशन की मूलभूत संरचनाओं व इसके उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही अपने कॉलेज के टीएलसी सेण्टर द्वारा आयोज्यमान विविध कार्यक्रमों की शिक्षकों हेतु उनकी उपादेयता क्या है, यह भी बताया।

मैत्रेयी कॉलेज की प्राचार्या डॉ. हरित्मा चोपड़ा सभा को संबोधित करती हुईं

नेशनल अवॉर्डी डॉ. प्रमोद कुमार सिंह के संयोजन में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट विराजमान डिसेबिलिटीज अध्ययन को लेकर उल्लेखनीय कार्य करने वाली अम्बेडकर यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर अनिता घई ने विकलांगता शब्द को विविध परिप्रेक्ष्य में परिभाषित किया। इस कार्यक्रम की गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ. कोमल कामरा ने अपने जीवन के प्रारंभिक संघर्ष के दिनों को याद करते हुए यह स्पष्ट किया कि दिव्यांगों के प्रति सहानुभूति नहीं अपितु सकारात्मक सोच रखने की आवश्यकता है। उद्घाटन सत्र के पश्चात्‌ द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ सत्र में क्रमशः आईआईटी दिल्ली के प्रोफ़ेसर पीवीएम राव, डीयू के लाईब्रेरियन डॉ. डीवी सिंह तथा डिप्टी चीफ कमिश्नर,पीडब्ल्यूडी डॉ. एसके प्रसाद का व्याख्यान हुआ।

गौरतलब है कि दिव्यांगता को सभी विषयों से जोड़कर आयोजित हो रहे इस फ़ैकल्टी डेवलपमेण्ट प्रोग्राम का विषय अत्यन्त अनूठा एवं बहुविषयक है, जो ह्यूमनिटीज, साइंसेज एवं कॉमर्स सभी तरह के शिक्षकों हेतु अत्यन्त उपयोगी है। यही कारण है कि इसमें मैत्रेयी कॉलेज के अध्यापकों के अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न कालेजों और दिल्ली में स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया इत्यादि विश्वविद्यालयों के अनेक शिक्षक भी भाग ले रहे हैं। इस कार्यक्रम में शिक्षा, प्रशासन, मेडिकल, इन्जीनियरिंग इत्यादि सभी क्षेत्रों से अनेक प्रसिद्ध विद्वानों वक्ताओं के व्याख्यान रखे गये हैं।  दिव्यांगता विषय के साथ सम्बद्ध करके होने वाले इन व्याख्यानों से प्रतिभागीजन दिव्यांगता के विविध पहलुओं एवं उसकी अन्य विषयों से सम्बद्धता से रूबरू होंगे। यहां यह भी बताते चले कि प्रथम दिन के कार्यक्रम का मंच संचालन मैत्रेयी महाविद्यालय की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ पूनम जुनेजा तथा धन्यवाद ज्ञापन स्मृति सिंह ने किया और डॉ. ज्योति सिंह, डॉ. प्रदीप राय, डॉ. अनामिका, श्री योगेश, डॉ. कविता, डॉ. अनिरुद्ध, डॉ. कुमुद, डॉ. प्रीति, डॉ. गीता, डॉ. रितु, डॉ. अंकिता, डॉ. अनीता, डॉ. रेखा, डॉ. रीता जैसे कई अध्यापकों ने इसमें अपना अमूल्य सहयोग दिया।

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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