अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार देर शाम दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण से मिलकर कुलपति को संबोधित पत्र सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में अभाविप दिल्ली प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव, नार्थ कैंपस विभाग संयोजक इन्द्रजीत डागर तथा श्वेता सिंह शामिल रहे।
एबीवीपी ने, जिन छात्रों को कम उपस्थिति के मानदंड के आधार पर परीक्षा देने से रोका जा रहा है, उन छात्रों को छूट देने की मांग करते हुए एडमिट कार्ड देने की मांग की है। साथ ही कई कॉलेजों में छात्रों को एकस्ट्रा करिकुलर एक्टविटीज व मेडिकल सर्टिफिकेट के आधार पर भी एडमिट कार्ड नहीं दिए जाने की समस्या को रखा है।
अभाविप प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, अधिनियम 2003 के नियमानुसार प्रशासन के समक्ष शिक्षक संगठनों तथा डूटा की स्ट्राइक की वजह से कई विभागों और कॉलेजों में न्यूनतम कक्षाएं न होने के आधार पर छात्रों को छूट देने की मांग की है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा कि, “डीयू में जब परीक्षाएं शुरू होने को हैं, तब एडमिट कार्ड को लेकर ऊहापोह की स्थिति ठीक नहीं है। ईसीए कैटेगरी तथा स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित छात्रों के वास्तविक कारणों को भी प्रशासन द्वारा नहीं मानना छात्र विरोधी तथा निंदनीय रवैया है। हमने नियमों के अनुसार ही मांग रखी है, जो छात्रों के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए पूरी की जानी चाहिए।”
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