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बसों पर राजनीति के शिकार हो रहे प्रवासी मजदूर!

देश में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर पलायन कर रहे हैं। लाखों मजदूर पैदल ही अपने गांव पहुंचने के लिए आज सड़कों पर हैं। ऊपर से सुप्रीमकोर्ट ने सरकार से सवाल किया था कि कैसे मजदूरों को सड़कों पर चलने से रोका जा सकता है? पुलिस लगातार सड़कों पर चल रहे मजदूरों पर डंडे बरसा रही है। न तो सरकार मजदूरों के लिए बसों और रेल की व्यवस्था कर रही है और न ही उन्हें पैदल अपने घर जाने दे रही है। केवल बीजेपी की यूपी सरकार और कांग्रेस के बीच अब राजनीति ही खेली जा रही है। प्रवासी मजदूर पहुंच पाएंगे या नहीं पता नहीं।

बता दें ऐसे हालातों में कांग्रेस की और से 1000 बसों का इंतेज़ाम किया गया है। ये जानकारी प्रियंका गांधी ने 16मई को ट्विटर पर दी। उन्होंने यूपी सरकार को पत्र लिखकर कहा कि लाखों की संख्या में उत्तर प्रदेश के मजदूर  देश के कोने-कोने में पलायन कर वापस लौट रहे हैं। रोज होती दुर्घटनाएं, असहनीय पीड़ा, अमानवीय हालात। हमारे कामगार भाई-बहन और उनके बच्चे संकट के दौर से गुजर रहे हैं। मैंने सरकार से पहले भी अपील की है कि कृपया बसें चलाकर पैदल चल .. मजदूरों को घर पहुंचाएं। केवल आज के ही दिन में 3 भीषण दुर्घटनाएं घट गईं। ये मजदूरों को अकेले छोड़ देने का वक्त नहीं है। आशा है उप्र सरकार से सकारात्मक जवाब आएगा।

उन्होंने अपने पत्र में 500 बसे गाजियाबाद और 500 नोएडा बॉर्डर से चलाने की परमिशन मांगी थी। यूपी सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। अगले दिन 17 मई को प्रियंका गांधी ने फिर यूपी सरकार से गुहार लगाई कि आदरणीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपसे निवेदन कर रही हूँ, ये राजनीति का वक्त नहीं है। हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं। हजारों श्रमिक, प्रवासी भाई बहन बिना खाये पिये, पैदल दुनिया भर की मुसीबतों को उठाते हुए अपने घरों की ओर चल रहे हैं। हमें इनकी मदद करने दीजिए। हमारी बसों को परमिशन दीजिए।

दो दिन बाद 18 मई को यूपी सरकार ने 1000 बसें चलाने की मांग को मान लिया। यूपी सरकार ने कांग्रेस से बस ड्राइवर्स के फिटनेस सर्टिफिकेट और बसों के नम्बर की लिस्ट मांगी। बीजेपी की और से ये आरोप लगाया जा रहा है कि जिन वाहनों का नम्बर दिया गया है उसमें स्कूटर, बाइक और कार के नम्बर भी दिए गए हैं। यानी बीजेपी सीधे तौर पर फर्जीवाड़े का आरोप कांग्रेस पर लगा रही हैं।

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट किया कि याद है ना दोस्तों “चारा घोटाला” जिसमें ट्रक की जगह स्कूटर का रजिस्ट्रेशन नम्बर दिया गया था।

आज ठीक उसी प्रकार बस के नाम पर दोपहिया वाहन और ऑटो का नम्बर प्रियंका जी ने दिया है। प्रियंका वाड्रा लालू यादव जी से प्रेरित है।

लेकिन, कांग्रेस ने बीजेपी पर राजनीति का आरोप लगाया है। कांग्रेस की और से 1000 बसों की संख्या को बढ़ा कर 1100 कर दिया गया है। बीबीसी की खबर के अनुसार, कांग्रेस की ओर से विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि हो सकता है कि कुछ बसों में कोई गड़बड़ी हो, इसीलिए बसों की संख्या बढ़ाकर दी गई है। यदि कुछ इसमें गड़बड़ भी है तो हम ठीक कर देंगे।

आपको बता दें कि अभी भी बसें राजस्थान बॉर्डर पर बसें अभी भी खड़ी हैं उन्हें आगरा जाने की इज़ाज़त नही दी जा रही। इस पर प्रियंका गांधी लगातार ट्वीट कर जानकारी दे रही हैं उन्होंने लिखा है कि उत्तर प्रदेश सरकार का खुद का बयान है कि हमारी 1049 बसों में से 879 बसें जाँच में सही पायीं गईं। ऊँचा नागला बॉर्डर पर आपके प्रशासन ने हमारी 500 बसों से ज्यादा बसों को घंटों से रोक रखा है। इधर दिल्ली बॉर्डर पर भी 300 से ज्यादा बसें पहुँच रही हैं। कृपया इन 879 बसों को तो चलने दीजिए। हम आपको कल 200 बसें की नयी सूची दिलाकर बसें उपलब्ध करा देंगे। बेशक आप इस सूची की भी जाँच कीजिएगा। लोग बहुत कष्ट में हैं। दुखी हैं। हम और देर नहीं कर सकते।

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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