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दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में महामारी के समय क्या चल रहा है?

नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के चलते सभी विश्वविद्यालय और कॉलेज बंद हैं। सभी परीक्षाएँ भी स्थगित कर दी गयी हैं। ऐसी परिस्थिति में दिल्ली विश्वविद्यालय के अलग-अलग कॉलेज शिक्षण प्रक्रिया को ऑनलाइन माध्यम से पूरा करने में लगे हैं। जानकी देवी मेमोरीयल कॉलेज भी उन्हीं में से एक है जिसने यह साबित कर दिया है कि देश में चल रहा लॉकडाउन किसी भी प्रकार से शिक्षण प्रक्रिया में बाधा नहीं बन सकता है। कोरोना महामारी  के इस असाधारण परिस्थिति के बावजूद, जे डी एम सी में विभिन्न ई रिसोर्सेज के माध्यम से टीचिंग लर्निंग प्रोसेस जारी है।

कॉलेज की प्राचार्या डॉ. स्वाति पाल ने यूट्यूब के जरिए कॉलेज के सभी शिक्षण, ग़ैर-शिक्षण कर्मचारी वर्ग, विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावक गण को एक संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने सबके ‘वर्क फ्रॉम होम’ के पालन की सराहना की। डॉ पाल ने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि वे घर पर रहकर अपनी रुचियों का अभ्यास करें, योग द्वारा अपने मन को शांत रखें, सुस्त ना हों। घर पर रहते हुए वे पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखें एवं घर के कार्य करते हुए श्रम की गरिमा को समझें। डॉ. पाल ने कॉलेज के संस्थापक ब्रज कृष्णा चाँदीवाला जो कि एक सच्चे गांधीवादी थे, उन्हें याद करते हुए बताया कि किस प्रकार गांधी जी इन प्रकार के कार्यों का समर्थन करते थे। प्राचार्या ने विद्यार्थियों को सांत्वना देते हुए कहा कि वे अपनी परीक्षाओं को लेकर घबराएँ नहीं,  इस समय पूरा संसार मिलकर इस कोरोना से लड़ रहा है। छात्रों के लिए स्वास्थ्य, मन में विश्वास एवं अनुशासन का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। सब साथ मिलकर ही इस युद्ध पर जीत प्राप्त कर पाएंगे।

वेबिनार के माध्यम से दी जा रही जानकारी

शिक्षण प्रक्रिया की कड़ी में ऑनलाइन ऐप्स की सहायता से कॉलेज के विभिन्न क्लबों ने अनेक वेबिनारों का आयोजन किया गया। कॉलेज के प्लेसमेंट सेल ने एक वेबिनार आयोजित किया जिसके वक्ता दक्ष सेठी जी थे। सेठी ने करियर से संबंधित चुनौतियों का सामना करने के विषय पर बात की।

कलाकृति आर्ट क्लब ने कोविड-19 जंग में हिस्सा लेते हुए अनेक पोस्टर तथा मास्क बनाये। कलाकृति क्लब ने अपनी कला के माध्यम से कोरोना वायरस तथा इस से बचने के उपाय के बारे में जागरूकता फैलाई।

कॉलेज की एनसीसी  छात्राओं ने फ्रंटलाइन वर्कर्स  के प्रति रचनात्मक ढंग से अपनी कृतज्ञता व्यक्त की तथा अनेक वीडियो और पोस्टरों के माध्यम से कोविड-19 के बारे में जागरूकता फैलाई। एनसीसी छात्राओं तथा इनके परिवारजनों ने मिलकर परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए घर पर अनेक मास्क बनाये तथा ज़ररूरतमंदों को बांटे। दिल्ली गर्ल्स बटालियन की 105 छात्राएं राष्ट्र के प्रति अपना योगदान दे रही हैं, जिसमे से 32 छात्राएं जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज से हैं। जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज  एनसीसी ‘जान है तो जहां है’ सिद्धान्त के साथ तत्पर खड़ी हुई हैं।

इसके साथ ही कॉलेज के एनएसएस टीम भी कोविड-19 के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई कदम बढ़ा रही है। इसमें वीडियों के जरिये संदेश भेजना भी शामिल है।

महामारी के दौर में सकारात्मकता की एक किरण

पर्यावरण क्लब ‘अवनि’ की छात्राएं लॉकडाउन का सही इस्तेमाल करते हुए समाजोपयोगी उत्पादक कार्य मे लगी हुई हैं। कॉलेज की शेफाली और अदिति ने अपनी माताओं के साथ मिलकर मास्क बनाये और ज़रूरत मंदों को बांटा।

वाणिज्य विभाग ने एक वेबिनार का आयोजन किया जिसका विषय था “हाऊ टू कीप ए हाई मोराल ड्यूरिंग द पीरियड ऑफ कोरोना क्राइसिस”। दिल्ली विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग से प्रोफेसर एसपीके जेना ने विद्यार्थियों तथा शिक्षकों को संबोधित किया। प्रोफेसर ने सभी जनों को अपनी एंग्जायटी को क्रिएटिविटी में बदलने का सुझाव दिया।

आईसीएक्यू एवं आईसीटी समिति ने गूगल क्लासरूम के ज़रिए “ आईसीटी इन टीचिंग लर्निंग : युसिंग गूगल क्लासरूम” विषय पर वेबिनार आयोजित किया। गणित विभाग से विकास जोरवाल ने गूगल क्लासरूम का लाइव डेमो दिया एवं इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी। लॉक डाउन  के कारण अनेक प्रकार की मनोवैज्ञानिक चुनौतियों को सम्बोधित करने हेतु कॉलेज ने काउन्सलिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर का पुनर्निर्माण किया एवं विद्यार्थियों तथा शिक्षकों को इस चुनौती से जूझने के लिए निर्देश दिए। इसके साथ ही अगर किसी को व्यक्तिगत ध्यान की आवश्यकता हो तो उनकी मदद के लिए कॉलेज के प्रोफेशनल काउंसिलर एवं काउंसलिंग समिति उपलब्ध हैं।

प्रतियोगिताओं का भी हो रहा आयोजन

स्प्रेड स्माइल फाउंडेशन ने ऑनलाइन पोस्टर मेकिंग कम्पटीशन का आयोजन किया था, जिसमे जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज की ‘ह्यूमन डेवलपमेंट एंड फैमिली एम्पावरमेंट’ विभाग से दीपाली बाकोलिया ने दूसरा स्थान प्राप्त किया और कनिका जैसवाल ने टॉप ट्वेल्व में अपना स्थान जमाया। वहीं ‘लिटिल प्लेनेट प्री स्कूल’ के इंटर्नशिप इनिशिएटिव के तहत एचडीएफई विभाग ने छोटे बच्चों को सिखाई जाने वाली शार्ट वीडियो बनाए, जिससे इस कठिन परिस्थिति में बच्चों का मन लगा रहे।

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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