स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के आह्वान पर 30 नवंबर को दिल्ली विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्र कला संकाय में एकत्र हुए। छात्रों ने गुरुवार को हैदराबाद शहर में चार लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार और हत्या की शिकार 26 वर्षीय पीड़िता के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए कैंडल मार्च निकाला।
एसएफआई ने गैंगरेप मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। छात्रों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं आए दिन हो रही हैं जो हमारे समाज में कई लोगों की मानसिकता को दर्शाती है। एसएफआई दिल्ली के राज्य सचिव, प्रीतिश मेनन ने कहा कि प्रगतिशील छात्रों को बलात्कार संस्कृति, और पितृसत्ता के खिलाफ लड़ाई हर जगह लड़नी पड़ेगी। इस मुद्दे के लिए जरूरी है कि हम अपने घरों, समुदायों और विश्वविद्यालयों में इस मुद्दे की तह में जाकर चर्चा करें।
डीयू और एसएफआई दिल्ली स्टेट कमेटी की सदस्य, इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वुमन की छात्रा अंगा पविथ्रन ने कहा, ‘महिलाओं से बलात्कार क्यों हुआ, यह पूछने की मानसिकता गलत है क्योंकि यह महिला पर अपराध के दोष को मढ़ती है। यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि पुरुष महिलाओं का बलात्कार क्यों करते हैं?’
छात्रों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों और देश के अन्य शैक्षणिक संस्थानों में एक कार्यात्मक लिंग संवेदीकरण समिति की भी मांग की।
मोमबत्ती जलाकर पीड़ित छात्रों के लिए न्याय की लड़ाई का संकल्प लेने के साथ-साथ छात्रों ने लिंग-संबंधी हिंसा के अन्य सभी रूपों से लड़ने का संकल्प भी लिया।
Be the first to comment on "हैदराबाद गैंग रेप मामला: एसएफआई ने डीयू में निकाला कैंडल मार्च"