देश में संपूर्ण लॉकडाउन के 21 दिनों की गिनती पूरी होने में मात्र कुछ ही दिन शेष बचे हैं, और कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना के 591 नए मामले आए हैं और 20 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 5865 हो गई है। जिसमें 5218 सक्रिय हैं, 478 लोग स्वस्थ हो गए या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 169 लोगों की मौत हुई है। वहीं पूरे विश्व में अब तक 89,915 लोगों की मौत हो चुकी है और 15,02,618 लोग इसकी चपेट में हैं जबकि 3 लाख 39775 लोग ठीक भी हो चुके हैं। जहां हर तरफ लोग अपने घरों में कैद हैं वहीं दूसरी ओर चीन में लोग खुली हवा में सांस ले रहे हैं। चीन के वुहान शहर में लॉकडाउन को ख़त्म हुए 24 से ज़्यादा घंटे हो गए हैं लोग 77 दिन बाद मिली आज़ादी का लुत्फ़ उठा रहे हैं।
लॉकडाउन के दौरान कई जगह हो रहे सील
22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद 23 मार्च से 14 अप्रैल तक सभी राज्यों को लॉकडाउन कर दिया गया था। लेकिन, कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के कारण यूपी और दिल्ली सरकार ने हॉटस्पॉट चिह्नित किए गए इलाक़ों (जहां पर अधिक संक्रमण के मामले पाए गए) को सील करने के निर्देश जारी किए हैं। यूपी, दिल्ली सहित तमाम राज्यों में बाहर निकलने पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
ल़ॉकडाउन में लोगों को फल, सब्जियां, राधन, दूध, दवाइयों के लिए बाहर जाने की इजाजत होती है। इमरजेंसी सर्विसेज चलती रहती हैं। लेकिन बेवजह घरों से निकलने पर कानूनी रोक है। जबकि सील करने पर लोगों को घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई। दूध-राशन के लिए भी नहीं कोई घर से बाहर नहीं जा सकता। दूध, राशन लोगों के घर तक पहंचाया जाता है।
क्या बढ़ेगा लॉकडाउन?
लॉकडाउन बढ़ाने के सिवा कोई और उपाय अभी सरकारों को नहीं सूझ रहा है। इसलिए पुडुचेरी के मुख्यमंत्री ने बयान दिया कि उनकी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की मांग करेगी। सबसे पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की ओर से लॉकडाउन को बढ़ाने की मांग की गई। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री से अपील है कि लॉकडाउन को कम से कम दो हफ्तों के लिए बढ़ाया जाए।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ओर से भी इसी तरह की अपील की गई।
अभी तक केंद्र सरकार ने इस संबंध में कोई आधिकारिक रूप से अपना पक्ष नहीं रखा है। लेकिन संभावना जताई जा रही है कि लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा जल्दी ही हो सकती है।
यूपी के इन जगहों को किया गया है सील
यूपी के 15 जि़लों में ग़ाज़ियाबाद के 13, नोएडा के 12, कानपुर के 12 और वाराणसी के 4 शामली में 3, मेरठ में 7, बरेली में 1, बुलंदशहर में 3, बस्ती में 3, फ़िरोज़ाबाद में 3, सहारनपुर में 4, महाराजगंज में 4, सीतापुर में 1 और लखनऊ में 8 बड़े, आगरा में 22 और 5 छोटे हॉटस्पॉट चिह्नित किए गए हैं। इन्हें पूरी तरह सील कर दिया गया है। किसी को भी बाहर जाने की अनुमति नहीं (डॉक्टर व पत्रकारों को छोड़कर) है।
दिल्ली सरकार ने भी 20 हॉटस्पॉट को किया सील, ऑपरेशन शील्ड लॉन्च
कोरोना वायरस के भारत में 5200 से ज्यादा सक्रिय मामलों में सिर्फ दिल्ली में 9 अप्रैल तक 720 मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए केजरीवाल सरकार ने ऑपरेशन शील्ड लॉन्च किया है।
I appeal to all living in the containment areas to cooperate with the Delhi govt’s Operation SHIELD. These are strict measures but are necessary to protect you and others from COVID-19. https://t.co/3N2UauewWe
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 9, 2020
सरकार ने 21 इलाकों को कन्टेनमेंट जोन बना दिया है। सीएम केजरीवाल के मुताबिक, इन इलाकों से न तो कोई बाहर जा सकेगा और न ही किसी की एंट्री होगी, अगर किसी को राशन आदि की दिक्कत होगी तो एक-दो दिन में सबको राशन पहुंच जाएगा। ऑपरेशन शील्ड को 6 भाग में बांटा गया है।
S- सीलिंग
उन इलाकों को सील किया जाएगा जहां कोरोना संक्रमित लोग मिले हैं। उस क्षेत्र से न कोई बाहर जाएगा और न ही कोई अंदर आएगा।
H- होम क्वारंटीन
जहां कोरोना का मरीज मिला है, उस इलाके में रहने वाले लोगों को घर में ही क्वारंटीन किया जाएगा। इस क्षेत्र के लोग अपने घर से भी बाहर नहीं निकल सकेंगे।
I- आइसोलेशन
उन लोगों की पहचान की जाएगी जो कोरोना संक्रमित मरीज़ से मिले हों। उनसे मिलने वाले लोगों को आइसोलेट किया जाएगा।
E – एसेंशियल सर्विसेज़
लोग निश्चिंत रहें। जरूरी चीजें उनके घर तक पहुंचाई जाएगी।
L – लोकल सैनिटाइजेशन
प्रशासन द्वारा उस क्षेत्र को सेनिटाइज किया जाएगा जहां कोरोना संक्रमित लोग मिले हैं।
D – डोर टू डोर चेकिंग
आस पास के क्षेत्र में मेडिकल वर्कर्स घर-घर जाकर लोगों से मिलेंगे और उनकी जांच करेंगे।
दिल्ली में 20 जगहों को सील कर दिया गया है। मालवीय नगर, संगम विहार, द्वारका सेक्टर 11, दिनपुर गांव, मरकज़ मस्जिद और निजामुद्दीन बस्ती, निजामुद्दीन वेस्ट का जी और डी ब्लॉक, बी ब्लॉक जहांगीर पुरी, कल्याणपुरी गली न. 14, वसुंधरा इंक्लेव, खिचड़ीपुर की तीन गलियां, पांडव नगर, मयूर विहार फेज 1, पटपड़गंज, किशनगुंज एक्सटेंशन, पश्चिमी विनोद नगर, दिलशाद गार्डन, झिलमिल कॉलनी और दिलशाद कॉलोनी के कुछ इलाके सील कर दिये गये हैं।
कोरोना का टेस्ट निजी लैब में होगा फ्री
कोरोना वायरस का टेस्ट की कीमत 4500 रुपये बताई जा रही है, लेकिन लॉकडाउन होने के बाद से सबके रोजगार ठप्प हो गए हैं ऐसे में वो लोग जिनके पास भूख मिटाने या घर का खर्च चलाने तक के पैसे नहीं हैं भला वो कोरोना का टेस्ट कैसे कहा करा पाएंगें। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट की राहत भरी पहल की है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिया है कि कोरोना की जांच फ्री में की जाए। प्राइवेट अस्पतालो में भी अब कोरोना का टेस्ट फ्री कर दिया गया। अब आपको इसके लिए कोई पैसा नहीं देना होगा।
विशेष समुदाय के युवकों के साथ भेदभाव का आरोप, डॉक्टर्स व नर्स भी नहीं हैं सुरक्षित
सोशल मीडिया से लेकर तमाम जगहों पर खबर आ रही है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों से दिल्ली सहित यूपी के तमाम इलाकों में लोग धर्म जांचने के लिए आधार कार्ड मांग रहे हैं। साथ ही सब्जी बेचने वाले मुस्लिम समुदाय के कुछ युवकों के साथ उन्हें इलाके से बाहर करने की खबर मिली है। तमाम जगहों पर लोग डॉक्टर्स व नर्सेज को भी परेशान कर रहे हैं। दिल्ली में ऐसे ही दो डॉक्टरों के साथ किया गया इसकी खबर मिलते ही पुलिस ने बदतमीजी करने वाले युवक को हिरासत में ले लिया।
मध्य प्रदेश का भोपाल में तो यहां के एम्स में काम कर रहे दो जूनियर डॉक्टर्स ने पुलिस के ऊपर मारपीट का आरोप लगाया है। दोनों डॉक्टर्स के मुताबिक, 8 अप्रैल की शाम जब वो अपनी ड्यूटी करके लौट रहे थे, तो गेट पर तैनात पुलिसवालों ने उन्हें पीटा, भला-बुरा भी कहा। आरोप है कि पुलिस ने उत्पीड़न किया। उन्होंने ID कार्ड दिखाया। कई बार कहा कि डॉक्टर हूं, लेकिन वो नहीं सुने। डंडे से मारना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा, ‘ये डॉक्टर्स ही कोरोना फैला रहे हैं।
कई जगहों पर तो लोग मारने पीटने पर आमादा हो रहे हैं। बता दें कि सीतापुर के तंबौर इलाके में लॉकडाउन को लेकर पास के गांव से निकले एक समुदाय के व्यक्ति को रास्ते में रोककर कुछ लोगों ने देश विरोधी बताकर मुस्लिम समुदाय के युवक से मारपीट की। इसके बाद युवक की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यूपी पुलिस ने मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की।
क्यों ऐसे मामले सामने आ रहे?
हाल ही में दिल्ली में मरकज मामले से जुड़ी जमातियों के संदर्भ में तमाम मामले सामने आये। इसमें अफवाह भी शामिल थे। मीडिया ने भेदभाव करते हुए एक विशेष समुदाय के लोगों को लक्ष्य बनाने के चक्कर में बिना सत्यता जांचे खबर चला दी। इसके बाद लोगों में नफरत का माहौल बनने लगा। लोग किसी एक समुदाय से घृणा करने पर मजबूर हो गए। लिहाजा खबरों की संवेदनशीलता ने इंसानियत को भी नजरअंदाज करना शुरू कर दिया। और कोरोना वायरस के कहर को विशेष धार्मिक सुमदाय के लोगों से जोड़कर देखना शुरू कर दिए। जबकि रोग का फैलना किसी भी धर्म, संप्रदाय से परे हैं।
जानवरों पर ध्यान देने की जरूरत
लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर घूम रहे जानवरों और तमाम पशु पक्षियों में भी भूख का संकट दिखने लगा है। गर्मी बढ़ने के कारण प्यास भी अधिक लगती है। ऐसे में पानी की किल्लत और राशन की किल्लत जानवरों पर भी देखने में आ रही है।
यूपी में ऐसे ही सीएम आदित्यनाथ के इलाके से (गोरखपुर, अलहदापुर) भूख से पशु के मरने की खबर मिली है। कोशिश कीजिये कि आप अपने आसपास खाली घूम रहे जानवरों व पक्षियों के भोजन पानी का भी ध्यान रखें ताकि वे स्वस्थ होकर घूम सकें।
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