22 मार्च रविवार को पूरे देश में सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने रात 8 बजे लोगों को संबोधन करते हुए ये बात कही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर जाएं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा विश्व इस समय संकट के बहुत बड़े गंभीर दौर से गुजर रहा है। आम तौर पर कभी जब कोई प्राकृतिक संकट आता है तो वो कुछ देशों या राज्यों तक ही सीमित रहता है। लेकिन इस बार ये संकट ऐसा है, जिसने विश्व भर में पूरी मानवजाति को संकट में डाल दिया है।
इन दो महीनों में भारत के 130 करोड़ नागरिकों ने कोरोना वैश्विक महामारी का डटकर मुकाबला किया है, आवश्यक सावधानियां बरती हैं। लेकिन, बीते कुछ दिनों से ऐसा भी लग रहा है जैसे हम संकट से बचे हुए हैं, सब कुछ ठीक है। वैश्विक महामारी कोरोना से निश्चिंत हो जाने की ये सोच सही नहीं है। इसलिए, प्रत्येक भारतवासी का सजग रहना, सतर्क रहना बहुत आवश्यक है।
दूसरे चरण में है भारत
कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं और भारत में अब तक 168 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 4 लोगों की मौत हो गई। दुनिया भर में अब तक 2 लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस संक्रमित हो चुके हैं और 8 हजार से भी अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। गमीनत ये है कि भारत ने समय रहते सही कदम उठा लिए थे, जिसके चलते अभी भारत दूसरे चरण में है, वरना भारत का हाल भी इटली जैसा हो सकता था। बता दें कि अब चीन में कोरोना वायरस के बहुत ही कम मामले सामने आ रहे हैं, जबकि इटली में 35 हजार से अधिक लोग संक्रमित हैं और करीब 3 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना वायरस की महामारी को कुल चार चरणों में बांटा गया है।
पहला चरण- इस चरण में संक्रमण सिर्फ उन्हीं लोगों में पाया जाता है, जो किसी वायरस से प्रभावित देश से आते हैं। संक्रमण की रोकथाम का ये सबसे अच्छा वक्त होता है।
दूसरा चरण- भारत अभी कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण में है। इस चरण को लोकल ट्रांसमिशन स्टेज कहते हैं। इसमें विदेश से लौटे शख्स के परिजन, रिश्तेदार या दोस्त वगैरह संक्रमित होते हैं। इस चरण में ये पता होता है कि वायरस कहां से फैल रहा है और ऐसे में इसकी रोकथाम करना आसान होता है।
तीसरा चरण- इसे कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज कहा जाता है, जिसमें ऐसे लोग भी संक्रमित होने लगते हैं, जो ना तो किसी देश से लौटे होते हैं और ना ही ऐसे किसी व्यक्ति के संपर्क में होते हैं। ये पता नहीं चल पाता कि आखिर संक्रमण आया कहां से और उस स्थिति में रोकथाम मुश्किल हो जाती है। इटली और स्पेन जैसे देश इस समय इसी स्टेज में हैं।
चौथा चरण- किसी भी महामारी का अंतिम पड़ाव होता है चौथा चरण, जिससे चीन गुजर चुका है। इस स्टेज में कोई भी हल निकाल पाना मुश्किल हो जाता है। संक्रमण इतनी तेज फैलता है कि सख्त से सख्त फैसले भी बेअसर होते दिखते हैं।
प्रधानमंत्री ने क्यों कहा कि मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए?
उन्होंने कहा कि ‘‘ऐसा लग रहा है कि सब ठीक है। वैश्विक महामारी कोराना से निश्चिंत हो जाने की यह सोच सही नहीं है। इसलिए प्रत्येक भारतवासी का सजग रहा, सतर्क रहना बहुत आवश्यक है। साथियो! आपसे मैंने जब भी जो भी मांगा है, मुझे कभी भी देशवासियों ने निराश नहीं किया है। ये आपके आशीर्वाद की ताकत है कि हम सब मिलकर अपने निर्धारित लक्ष्यों की तरफ आगे बढ़ रहे हैं और सफल भी हुए हैं। आज मैं आप सभी देशवासियों, 130 करोड़ देशवासियों से, आप सभी से कुछ मांगने आया हूं। मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए। आपका आने वाला कुछ समय चाहिए। मेरे प्यारे देशवासियो! अभी तक विज्ञान कोरोना महामारी से बचने के लिए कोई निश्चित उपाय नहीं सुझा सका है और न ही इसकी कोई वैक्सीन बन पाई है। ऐसी स्थिति में हर किसी की चिंता बढ़नी बहुत स्वाभाविक है।
दुनिया के जिन देशों में कोरोना का वायरस और उसका प्रभाव ज्यादा देखा जा रहा है, वहां अध्ययन में एक और बात सामने आई है। इन देशों में शुरुआती कुछ दिनों के बाद अचानक बीमारी का जैसे विस्फोट हुआ है। इन देशों में कोरोना से संक्रमित देशों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है। भारत सरकार स्थिति पर इस वैश्विक महामारी के फैलावे के ट्रैक रिकॉर्ड पर पूरी तरह नजर रखे हुए है। हालांकि, कुछ देश ऐसे भी हैं, जिन्होंने आवश्यक निर्णय भी किए और अपने यहां के लोगों को ज्यादा से ज्यादा आइसोलेट करके स्थिति को संभाला है और उसमें नागरिकों की भूमिका बहुत अहम रही है।’’
दिल्ली के सभी रेस्त्रां 31 मार्च तक बंद
दूसरी ओर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अब एक जगह पर 20 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च तक दिल्ली के सभी रेस्त्रां बंद किए जा रहे हैं। हालांकि वहां से खाना घर ले जाने की इजाजत रहेगी और खाने की होम डिलिवरी भी जारी रहेगी। इससे पहले भी दिल्ली के सभी स्कूल, कॉलेज, सिनेमाघर 31 मार्च कर बंद किये जा चुके हैं।
उन्होंने कहा दिल्ली में अब तक 10 मरीज पाए गए हैं जिसमें 1 की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि 768 बेडों की क्षमता है जिसमें 57 भरे हैं और अभी क्वारनटाइन करने के लिए 711 बेड खाली हैं, आइसोलेशन करने के लिए 550 बेड हैं। सीएम ने कहा कि अब जिन्हें कॉरन्टीले किया जा रहा है उनके हाथ पर स्टांम्प लगाई जा रही है। अगर लोग नहीं मानें तो हो सकता है उनकी गिरफ्तारी हो और उन पर FIR भी दर्ज की जा सकती है। अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि वह घर से कम से कम बाहर निकलें।
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