देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है, हजारों की संख्या में लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने द्वितीय वर्ष के छात्रों की सेमेस्टर परीक्षा 15 मई से शुरू कर दी है। आप छात्र संगठन (CYSS) ने सोशल मीडिया के जरीए दिल्ली विश्वविद्यालय से परीक्षा रद करने की मांग की है।
CYSS प्रदेश अध्यक्ष चंद्रमणि देव ने डीयू प्रशासन को इस संदर्भ में पत्र लिखकर कहा कि इस कोरोना महामारी में जब सभी छात्र अपने अपने स्तर पर जरूरतमंद छात्रों और लोगों की मदद करने में लगे हैं। बहुत से छात्र ऐसे हैं जिनके परिवार में से कोई न कोई व्यक्ति कोरोना की चपेट में है इसी कारणवश उनके लिए एग्जाम देना संभव नहीं होगा। कोरोना महामारी को देखते हुए अभी दिल्ली विश्वविद्यालय के द्वारा सेमेस्टर एग्जाम स्थगित कर देने चाहिए।
वही प्रदेश सचिव अनुषा सिंह ने कहा कि इस महामारी में हज़ारों छात्रो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है कई छात्र ग्रामीण इलाकों से आते हैं उनके लिए इस महामारी में ऑनलाइन एग्जाम देना संभव नही है।
संगठन के विश्वविद्यालय महासचिव कुलदीप ने कहा कि जैसा कि सभी जानते हैं कि इस कोरोना महामारी में लाखों लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है और शहरों के बाद अब गांवों में भी कोरोना के संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है, विश्वविद्यालय के कई छात्रों ने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है। मानवता पर आए इस संकट को देखते हुए विश्विद्यालय को तुरंत इस पर फैसला लेना चाहिए और परीक्षा को रद करना चाहिए।
हाल ही में केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी को देखते हुए नीट की परीक्षा को टालने का फैसला किया है। संघ लोक सेवा आयोग ने भी इस वर्ष की परीक्षा को आगे बढ़ाने का फैसला किया है।
कोरोना की दूसरी लहर में बहुत से प्रोफेसर को भी जान गवानी पड़ी है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय हो या जवाहरलाल लाल नेहरू विश्वविद्यालय या दिल्ली विश्वविद्यालय में लगातार शिक्षक और कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे समय में अगर विश्वविद्यालय परीक्षा कराने का निर्णय लेता है तो यह हज़ारों शिक्षकों और छात्रों की जान के साथ खिलवाड़ करने वाला कदम हो सकता है। जिससे विश्वविद्यालय को बचना चाहिए और परीक्षा लेने के फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।
Be the first to comment on "डीयू में 15 मई से परीक्षाएं शुरू, CYSS ने की परीक्षाएं रद करने की मांग"