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जिओमीट (Jio Meet) : ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का एक सशक्त साधन

हेल्लो दोस्तों ! नमस्कार, मैं डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, दिल्ली विश्वविद्यालय से सुसम्बद्ध मैत्रेयी कॉलेज में संस्कृत का शिक्षक हूँ। मैं आज आपसे रिलायंस जिओ प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की ओर से 17 मई, 2020 को लांच किए गए वीडियो कॉलिंग एप्प जिओमीट के बारे में बात करूँगा। यह एप्प प्रारम्भ में केवल रिलायंस के कर्मचारियों-अधिकारियों के लिए ही प्रयोग हेतु उपलब्ध था, जिसका हाल-फिलहाल ही सर्वसाधारण को निःशुल्क प्रयोगाधिकार प्रदान किया गया है। यह एप्प वस्तुतः एक विडीओ कालिंग एप्प है, किन्तु इसमें 100 लोग एक साथ जुड़ सकते हैं। अतः ऑनलाइन क्लास लेने हेतु भी यह एक अच्छा एप्प हो सकता है।

वैसे तो ऑनलाइन क्लास लेने हेतु ज़ूम क्लाउड मीटिंग, गूगल मीट, स्काईप इत्यादि पहले से प्रयोग में हैं। हमारे देश में ज़ूम एवं गूगल मीट सर्वाधिक प्रचलन में रहे हैं। इनमें ज़ूम निःसन्देह अपनी वीडियो गुणवत्ता एवं अन्य फ़ीचर्स के मामले में एक उम्दा एप्प है किन्तु इसमें सुरक्षा को लेकर पशोपेश की स्थिति बरारब बनी रही। और दूसरी जो समस्या है इसके साथ, वह यह कि इसके निःशुल्क संस्करण में आप अधिकतम 40 मिनट की ही ग्रुप मीटिंग आयोजित कर सकते हैं। यहाँ आप  स्वतः सोचिए कि जब प्रत्येक क्लास लगभग एक घण्टे की होती है, तब 40 मिनट की समयावधि कितनी कारगर है? अब बात करते हैं दूसरे एप्प गूगल मीट की। ऑनलाइन कक्षाओं के लिए यह एप्प देश के सुप्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों यथा – दिल्ली विश्वविद्यालय, बीएचयू, नालन्दा इत्यादि आधुनिक एवं श्री लालबहादुर राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय सहित परम्परागत प्रायः बहुसंख्यक विश्वविद्यालयों में प्रमुखता से प्रयोग हो रहा है। इन विश्वविद्यालयों ने अपने शिक्षकों, संकाय-सदस्यों एवं विद्यार्थियों के लिए गूगल जीस्यूट की सुविधा सब्सक्राइब कर रखी है। अतः अध्यापक अपने संस्थान से मिले ऑफ़िसियल आईडी से अनलिमिटेड स्टोरेज की सुविधा सहित बिना किसी लिमिट के जब चाहें, जितनी अवधि की कक्षाएं संचालित कर सकते हैं, और ज़रूरत के हिसाब से इसे रिकॉर्ड भी कर सकते हैं। परन्तु गूगल मीट में कुछ मूलभूत समस्याएं हैं। मसलन इसकी वीडियो गुणवत्ता अपेक्षाकृत उतनी अच्छी नहीं है। साथ ही इसकी सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसमें पूरा नियन्त्रण होस्ट के हाथ में नहीं रहता है। अतः जो लोग भी मीटिंग में सम्मिलित हो रहे हैं, वे जब चाहें, बिना किसी रोकटोक के स्वतः प्रजेण्ट बटन पर प्रेस करके वक्ता के व्याख्यान में बाधा डाल सकते हैं। ऐसा प्रायः होता है कि जाने-जाने में मीटिंग में शामिल प्रतिभागी अचानक प्रजेण्टेशन देने लगता है, जिससे वक्ता को अपने व्याख्यान विषय पर फोकस करना कठिन हो जाता है। इसके अलावा गूगल मीट में जो मुझे सबसे बड़ी समस्या नज़र आती है, वह यह है कि होस्ट चाहे भी तो एकसाथ सभी प्रतिभागियों को म्यूट नहीं कर सकता है। यही नहीं, इसके निःशुल्क संस्करण (जो सभी के लिए उपलब्ध है), में रिकॉर्डिंग न कर पाने सहित कई बन्दिशें भी हैं। इसी प्रकार अन्य एप्प स्काईप, सिस्को इत्यादि के साथ भी अलग-अलग समस्याएं हैं, जैसे- किसी में संख्या लिमिट है तो किसी की गुणवत्ता उतनी उम्दा नहीं है, जिसे नज़रन्दाज़ नहीं किया जा सकता है।

जिओमीट : एचडी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप्प

लांच-तिथि             : 17, मई, 2020

निर्माता                  : जिओ प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड

अपडेट                  : 06, 2020

वर्तमान संस्करण   : 2.24.77        

कुल डाउनलोड     : 1000000+

उपभोक्ता रेटिंग     : 4.2*

समीक्षक रेटिंग       : 4.6*

जिओमीट : अब हम आते हैं हाल ही लांच किए गए जिओमीट पर। इसकी सबसे बड़ी विशेषता है-इसकी ऑडियो-वीडियो क्वालिटी। इसमें एचडी ऑडियो-वीडियो कॉलिंग की गुणवत्ता ज़ूम की तरह निहायत शानदार है। जो निःसन्देह गूगल मीट से कहीं बेहतर है। साथ ही मीटिंग का पासवर्ड प्रोटेक्टेड होने से इसमें ज़ूम की तरह सुरक्षा की कोई समस्या भी नहीं है। होस्ट के पास सारे अधिकार होते हैं, मसलन आप एकसाथ सभी को म्यूट-अनम्यूट कर सकते हैं। बिना आपकी अनुमति के कोई भी मीटिंग में प्रजेण्टेशन देकर बाधा नहीं डाल सकता है। जिओमीट में वेटिंग रूम की सुविधा भी है, जिसके द्वारा होस्ट अपनी इच्छानुसार जिसे चाहे उसे प्रवेश दे अथवा अनवांछित व्यक्ति को मीटिंग में सम्मिलित होने से रोक दे। इसमें समय सीमा की बाध्यता न होने से आप जब चाहें तब और जितनी देर की मीटिंग का आयोजन कर सकते हैं। साथ ही रिकॉर्डिंग की सुविधा भी है इसमें वो भी बिना किसी शुल्क-अदायगी के। अब गौरफरमाइए कि इतने सारे अच्छे फ़ीचर्स मिल रहें है, बिना किसी शुल्क एवं शर्त के साथ वो भी निर्बाध एवं सुरक्षित।

जिओमीट के उपयोग की प्रक्रिया : कम्पनी ने जिओमीट को एन्ड्रॉयड, विंडोज, आईओएस, मैक एवं एसाआईपी/एच सहित प्रसिद्ध पाँच प्लेटफ़ॉर्म पर लांच किया है। मतलब आप इसे अपने किसी भी स्मार्टफोन में डॉउनलोड एवं इन्स्टाल कर इसका प्रयोग कर सकते हैं। साथ ही यदि आप चाहें तो वेबसाइट द्वारा भी इसका उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको www.jiomeetpro..jio.com इस वेबसाईट का प्रयोग करना होगा। जिओमीट का प्रयोग करना बहुत ही आसान है। यदि आप शिक्षक हैं और मीटिंग होस्ट करना चहते हैं तो आपको अपने मोबाईल फोन अथवा ईमेल किसी एक के द्वारा इस पर साइन-अप (रजिस्ट्रेशन) करना होगा। मोबाईल में रजिस्ट्रेशन के समय आपके नम्बर पर ओटीपी आएगा और आपका पंजीकरण कर दिया जाएगा। यदि आप ईमेल से रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं तो प्रक्रिया प्रायः वही है। पंजीकरण करते ही आपके दिए हुए ईमेल पर एक लिंक जाएगा। जिस पर क्लिक करते ही आपका पंजीकरण हो जाएगा। इसमें सबसे मज़ेदार बात यह है कि यहाँ आपको मल्टिपल लॉगिन का भी ऑप्शन दिया गया है। मतलब आप एक साथ ज़रूरत के हिसाब से पाँच अलग-अलग डिवाइस में लॉगिन कर सकते हैं। साथ ही सेफ ड्राइविंग मोड का ऑप्शन भी यहाँ है, जिसके द्वारा कार ड्राइव करते हुए भी आप आसानी से किसी भी मीटिंग में शामिल हो सकते हैं। होस्ट यदि मीटिंग को रिकॉर्ड करता है, तो मीटिंग की समाप्ति अथवा रिकॉर्डिंग को रोकते ही आपके पंजीकृत मोबाईल/ईमेल पर एक लिंक द्वारा आपको सम्बन्धित मीटिंग की रिकॉर्डिंग मिल जाती है। जिससे आप बाद में भी यथावससर इससे पुनः लाभान्वित हो सकते हैं।

एक्सपर्ट नज़रियाअब तक आप इतना तो समझ ही गए होंगे कि इतने सारे फ़ीचर्स वो भी निःशुल्क मिल रहा है, जो ऑनलाईन क्लास लेने अथवा मीटिंग आयोजित करने के लिए अत्यन्त लाभप्रद है, इसमें लेशमात्र भी सन्देह नहीं है। तो क्या अत्यधिक विशेषताओं वाले जिओमीट में कोई कमी भी है? इस सम्बन्ध में आप यह जान लें कि वैसे तो अभी तक इसमें कोई कमी नहीं है। किन्तु इसकी जो एक समस्या अभी मुझे नज़र आती है, वह यह कि आप इसमें अधितम 100 लोगों को ही जोड़ सकते हैं। अतः यदि आपकी क्लास में 100 से कम विद्यार्थी हैं, तब तो कोई समस्या नहीं है। किन्तु यदि आप 100 से अधिक विद्यार्थियों वाली क्लास अथवा प्रतिभागियों वाले वेबिनार (जिसका चलन कोरोना काल में जोरों पर है) आयोजित करना चाहते हैं, तो फिलहाल आपकी यह मुराद इससे पूरी नहीं हो पाएगी। इसी तरह कुछ उपभोक्ताओं की ऐसी शिकायत है कि यह ज्यादा डेटा कंज्यूम कर रहा है। किन्तु कम्पनी ने इसे आमजन के लिए ओपन करने के कुछ दिन बाद ही 6 जुलाई, 2020 को जिस तरह से इसका अपडेट उपलब्ध कराकर इसकी सुरक्षा को सुदृढ़ करते हुए कुछ प्रमुख समस्याओं का सद्यः समाधान कर दिया है, उसने उपभोक्ताओं को इतना तो आशस्त कर दिया है कि कम्पनी फ़िलहाल इस एप्प को लेकर बेहद गंभीर है। उसकी आईटी टीम उपभोक्ताओं की प्रतिक्रियाओं पर बराबर न केवल नज़र बनाए हुए है, बल्कि उस पर काम भी कर रही है। उम्मीद की जा सकती है कि कम्पनी इसमें एक साथ 500 लोगों को जोड़े जाने की दिशा में भी तत्परता दिखाएगी। जिससे बड़ी कक्षाएं अथवा नेशनल एवं इण्टरनेशनल स्तर के बड़े वेबिनार भी इसके द्वारा आसानी से आयोजित हो पाएंगे। उपभोक्ताओं की इस उम्मीद को पूरी करना जिओटीम के लिए ज़रूरी भी है, और उनकी मज़बूरी भी है। यदि वह ऐसा नहीं करते हैं, तो इस प्रतिस्पर्धात्मक युग में पहले से ही मार्केट में पैर जमा चुके गूगल मीट इत्यादि वीडियो कॉलिंग एप्प को चुनौती दे पाना कम्पनी के लिए अति कठिन होगा। ठीक वैसे ही जैसे दिसम्बर 2018 में इसी कम्पनी द्वारा लांच जिओ ब्राउजर गूगल क्रोम इत्यादि ब्राउजर को कड़ी टक्कर देने में सर्वथा असफल रही।

कुल मिलाकर संक्षेप में कहूँ तो फ़िलहाल जिओमीट ऑडियो-वीडियो के माध्यम से मीटिंग एवं ऑनलाइन कक्षा संचालित करने की दृष्टि से एक बेहद उम्दा एप्प है। इसके निःशुल्क संस्करण में भी उच्चगुणवत्ता वाली वे सारी खूबियां मिल जा रही हैं, जिसे किसी अन्य कम्पनी से प्राप्त करने में आपको दसेक हजार प्रति महीने आसानी से देने पड़ेंगे। इसकी लोकप्रियता एवं इसको लेकर दर्शकों से मिल रही प्रतिक्रियाओं की बात करें तो लोकप्रियता के मानक पर भी यह एप्प पूर्णतः खरा उतरता प्रतीत हो रहा है। इसका प्रमाण यह है कि सर्वसाधारण के लिए उपलब्ध काराए जाते ही कुछ दिनों के भीतर इसको दस लाख से भी अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है। और हाँ, एक और बात…..यह पूर्णतः भारतीय एप्प है, जो किसी भारतीय कम्पनी द्वारा ही निर्मित है अतः डेटा लीक या चोरी होने की गुंजाइश भी नहीं होगी, इतनी उम्मीद तो हम कर ही सकते है। अतः इसका प्रयोग करना हर लिहाज से लाभप्रद ही है। तथापि इसका प्रयोगाप्रोग सर्वथा उपभोक्ता का विवेकाधिकार है।

नोट- यह लेखक के खुद के विचार हैं। किसी भी असहमति की दशा में इसके लिए फोरम4 जिम्मेदार नहीं है। 

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

About the Author

डॉ. प्रमोद कुमार सिंह
सहायक प्राध्यापक, संस्कृत विभाग, मैत्रेयी महाविद्यालय (दिल्ली विश्वविद्यालय)

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