पिछले 3 माह से पूरा देश कोविड 19 की चपेट में है। ऐसे में देश में हर प्रदेश की तरह उत्तर प्रदेश में विभिन्न शहरों में रह कर पढ़ाई कर रहे छात्रों में किराये को लेकर परेशानी बढ़ गई। पिछले 2 माह से यूपी के विभिन्न शहरों में पढ़ाई कर रहे छात्र लॉकडाउन की समस्या के बाद से किराया माफी को लेकर लगातार मांग कर रहे हैं। इसमें डीयू के छात्र नेता विराट तिवारी सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय होकर छात्रों की आवाज उठा रहे हैं। विराट की अगुवाई में करीब 100 छात्रों ने एक दिवसीय भूख हड़ताल करके अपना विरोध प्रदर्शन भी किया। हाल ही में सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म खासकर ट्विटर पर छात्रों ने किराया माफी के मुद्दे पर ट्रेंड भी कराया था। किराया माफी को लेकर प्रदर्शन करने वाले छात्रों में रायबरेली से शशिधर मिश्र और सनत त्रिवेदी, अमेठी से सत्येंद्र तिवारी, आकाश सिंह, शुभम पांडेय, अयोध्या से उन्नति सिंह, प्रतापगढ़ से अर्जुन और कार्तिक सिंह, आदि शामिल हैं।
विराट तिवारी का कहना है कि शासन प्रशासन निवेदन से नही लिखित निर्देशों से चलता है। उत्तर प्रदेश सरकार को स्पष्ट निर्देश जानकारी यह बताना चाहिए कि सभी छात्रों का किराया माफ किया जाए।
उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन की मार छात्रों तक सीधे-सीधे पहुँची है। गरीब, शोषित, वंचित वर्ग के छात्रों की आय का साधन कुछ भी नहीं है सिवाय अपने माता पिता से जो कि मजदूरी करके अपना खर्च निकालते हैं। लेकिन, लॉकडाउन में जब प्रवासी मजदूरों सहित लगभग हर प्रकार के लोगों का रोजगार छिन गया तो वे आखिर कैसे अपने बच्चे को पढ़ा सकेंगे। इन सब में छात्रों के बीच सबसे बड़ी समस्या है कि वो जहां रह रहे हैं वहां अपने कमरे का किराया भुगतान कैसे करेंगे?
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