लहू की दीवार के चश्मदीद सूबेदार मेजर अमरनाथ शर्मा के साथ गुफ़्तगू जो विभाजन के समय पाकिस्तान से आए थे
-सुकृति गुप्ता दीवारों पर सीलन हैं दरारे हैं चीखती चिल्लाती दर्द से कराहती कुछ दरारें दीवारों के अंदर भी हैं…. कमलेश्वर अपनी कहानी ‘आज़ादी मुबारक’ में मंटो के साथ आज़ादी का जश्न मनाते हैं। जश्न…