कविताः मां कहां हो तुम
-देवेश अग्रवाल मैंने कभी उसकी एक झलक नहीं देखी पर हर जगह उसका साया पाया है सुना है उसको सब मां कहते हैं कभी उसका चेहरा नहीं देख सका मैं पैदा हुआ तो सोचा भगवान…
-देवेश अग्रवाल मैंने कभी उसकी एक झलक नहीं देखी पर हर जगह उसका साया पाया है सुना है उसको सब मां कहते हैं कभी उसका चेहरा नहीं देख सका मैं पैदा हुआ तो सोचा भगवान…