जयंती विशेष : जय का प्रकाश फैलाते रहे लोकनायक
साल था 1914। पटना के एक मैदान में काफी भीड़ जमा थी। सबसे अधिक संख्या नौजवानों और कॉलेज में पढ़ने वाले लड़कों की थी। जलियांवाला बाग हत्याकांड से देश झुब्ध था। हर तरफ गम और…
साल था 1914। पटना के एक मैदान में काफी भीड़ जमा थी। सबसे अधिक संख्या नौजवानों और कॉलेज में पढ़ने वाले लड़कों की थी। जलियांवाला बाग हत्याकांड से देश झुब्ध था। हर तरफ गम और…